सुल्तानपुर: एसपी ऑफिस के पास युवक की गोलियों से भूनकर हत्या, उड़ गया आधा सिर
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सुल्तानपुर। यूपी के सुल्तानपुर में एसपी आफिस के पास स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने एक युवक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। ताबड़तोड़ गोलियों से युवक का आधा सिर उड़ गया। पॉश इलाके में हुई घटना को देखते हुए एसपी हिमांशु कुमार पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और मौका मुआयना किया।
जल निगम कैम्पस में घुसकर मारी गोली
गुरुवार की रात कोतवाली नगर के लोलेपुर के रहने वाला युवक चांद बाबू पुत्र इबरार घर की एक महिला के साथ बाइक से दवा लेकर घर जा रहा था। महिला ने बताया कि दीवानी कोर्ट के पास स्कार्पियों सवार बदमाशों ने पहले बाइक को टक्कर मारी, हम दोनों जान बचाकर पास के जल निगम के कैम्पस में घुस गए। बदमाश यहां तक आए और चांद बाबू पर तीन से चार राउंड गोलियां बरसाईं, जब वो अचेत होकर जमीन पर गिर गया तो वो भाग निकले। महिला ने हमलावरों को पहचानने का दावा किया है। महिला के अनुसार, हमलावरों में मोहम्मद सलीम, मोहम्मद अय्यूब, मोहम्मद अफसर, मोहम्मद सफदर, मोहम्मद मुसीद के अलावा तीन अन्य साथी शामिल हैं।
एसपी ने कहा जल्द गिरफ्तार होंगे दोषी
पॉश इलाके में हुई हत्या के बाद एसपी हिमांशु कुमार दल बल के साथ पहुंचे और मौका मुआयना किया। इसके बाद मृतक को हॉस्पिटल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसपी हिमांशु कुमार ने बताया कि मृतक चांद हत्या के मुकदमे का आरोपित था। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।
सिपाही की हत्या का आरोपी था चांद बाबू
पुलिस ने बताया कि चांद बाबू हत्या का आरोपी था। 20 फरवरी की रात सिपाही फहीम जब ड्यूटी कर रात को घर पर पहुंचा तो यहां पत्नी परवीन ने पहले उसे खाने में नींद की टैबलेट देकर उसे बेहोश कर दिया था। इसके बाद तकिए से पत्नी परवीन और उसके आशिक चांदबाबू ने मुंह दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। यहां से साक्ष्य मिटाने के लिए आशिक चांदबाबू ने मृतक के बेटे मोहम्मद कैफ के साथ लाश को स्कूटी पर लादा और सीधे मुसाफिरखाना के कादूनाला के पास स्थित पूरे प्रेमशाह के पास सड़क किनारे उसे डाला। यही नहीं लोगों के शक को दूर करने के लिए यहां चांदबाबू ने सिपाही फहीम के सि पर हथौड़े से प्रहार किया और फिर स्कूटी को क्षतिग्रस्त करते हुए लाश के बगल में डाल दिया। सारी वारदात को अंजाम देने के बाद चांदबाबू ने अपने दोस्त अरविंद उर्फ गल्लूचा को यहां बुलाया, जो अपनी पल्सर बाइक से मौके पर पहुंचा और दोनों को ले जाकर घर पर छोड़ा।