कौन हैं ये महिला प्रत्याशी, कमर में पिस्टल लगाकर कर रहीं जनसभा, आंचल फैलाकर मांग रहीं चंदा
सुल्तानपुर। सपा संरक्षक मुलायम सिंह ने किसी समय में फूलन देवी को मैदान में उतार कर सांसद बनवाया था। दशकों के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव ने कमला देवी को लोकसभा के मैदान में उतारा है। कमर में लाइसेंसी पिस्टल खोंस वो जनसभा भी कर रही है और आंचल फैलाकर लोगो से चंदा मांग कर इलेक्शन भी लड़ रही है। कमला देवी का कहना है कि वो सामंतवादी ताकतों के आगे घुटने नहीं टेकेगी।
कौन हैं कमला देवी?
कमला देवी उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले की मझवारा गांव की निवासी हैं। यह गांव धनपतगंज ब्लाक का हिस्सा है, इसी ब्लॉक में एक गांव मायंग है जहां के निवासी चन्द्रभद्र सिंह सोनू एवं यशभद्र सिंह मोनू हैं। सोनू विधायक रहे और मोनू ब्लॉक प्रमुख रहे। मायंग मझवारा से एकदम सटा है। वर्ष 2010 में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कमला देवी के पति रामकुमार यादव की हत्या का आरोप दोनो भाइयों पर है। इसके पीछे की वजह यह थी कि रामकुमार अपनी पत्नी कमला देवी को मझवारा गांव से प्रधानी का चुनाव लड़ना चाहते थे। वहीं दोनों भाई कमला के पति रामकुमार यादव को प्रधानी का चुनाव न लड़ने के लिए रोक रहे थे। वो अपने स्कूल के एक लिपिक रामसूरत की पत्नी को निर्विरोध प्रधान बनाना चाहते थे। लेकिन लोकतंत्र के हिमायती रामकुमार अपनी जिद पर अड़े रहे और प्रधानी का पर्चा खरीद लिया। यह बात उनको नागवार गुजरी और चुनाव बाद कमला देवी के पति की हत्या कर दी गई।
पति को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष
तबसे कमला अपने मासूम तीन बच्चों के साथ न्याय के लिए संघर्ष कर रही है। इस बार सुलतानपुर से लोकसभा के लिए सोनू सिंह को बसपा ने उम्मीदवार बनाया है। सीट के बसपा के खाते में जाने और सोनू के लड़ने से आहत कमला ने सपा छोड़ दी और शिवपाल यादव की पार्टी प्रसपा से लोकसभा में उम्मीदवार है। कमला की जिद है कि पति की हत्या में शामिल लोगों को संसद नहीं जाने दूंगी।
राजनीति की एक और फूलन देवी
अगर गुजरे कल की बात करें तो कमला देवी की कहानी फूलन देवी से काफी कुछ मिलती है। फूलन को मुलायम सिंह यादव ने अपनी पार्टी से सांसद बनाया तो मुलायम सिंह के छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव ने कमला देवी को सांसद बनाने के लिए अपनी पार्टी से चुनाव लड़ा रहे हैं। फूलन ने हथियार उठाये, कमला ने भी हथियार उठाया, अंतर यही रहा कि फूलन ने कानून को हाथ में ले लिया लेकिन कमला देवी ने हथियार आत्मरक्षा के लिए उठाया है।
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