खबर का असर: आयुष्मान कार्डधारी बुजुर्ग से लिए 18 हजार अब डॉक्टर ने वापस लौटाए, मरीज खुश
सुल्तानपुर। सुल्तानपुर में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में डॉक्टर तीमारदारों की जेब पर डाका डालने पर तुले हैं। कादीपुर के कल्याण गांव के एक बुजुर्ग व्यक्ति के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। बुजुर्ग के हाथ और पैर के ऑपरेशन में ऑर्थो सर्जन ने 18 हजार का सामान मार्केट से मंगाकर वृद्ध का ऑपरेशन किया। भाजपा नेत्री की मदद एवं ट्वीटर पर मेनका गांधी के संज्ञान लेने के बाद सीएमएस और डॉक्टर ने जेब से पैसे मिलाकर बुजुर्ग के बेटे को वापस लौटाया।
भ्रष्ट स्वास्थ्य अधिकारियों की मिलीभगत से फिलवक्त डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लूट का अड्डा बन चुका है। इसकी खबर पाकर बीजेपी की जिला मंत्री पूजा कसौधन अक्सर यहां का दौरा कर रहीं। इस क्रम में मंगलवार की रात जब वो हॉस्पिटल के जरनल वार्ड में पहुंची तो यहां कादीपुर के कल्याणपुर गांव निवासी वृद्ध रामदेव को का मामला प्रकाश में आया। वृद्ध के बेटे बजरंगी ने उन्हें बताया कि गांव में हुई मारपीट में उनके पिता को काफी गंभीर चोटें आईं, वो पिता को लेकर 6 जुलाई को हॉस्पिटल लाए।
डॉक्टर राजेश मिश्रा ने बताया कि उसके पिता के हाथ और पैर की हड्डियां टूट गई हैं जिसका ऑपरेशन कराना पड़ेगा। इसके बाद डॉक्टर ने अपने एक व्यक्ति से एक मोबाइल नंबर भेजा और कहा इस नंबर पर फोन करके ऑपरेशन का सामान ले आएं। ऐसे दो अलग-अलग नंबर उसे दिए गए और हाथ के ऑपरेशन के लिए डॉक्टर ने बाहर से दस हजार और पैर के ऑपरेशन के लिए आठ हजार रुपए का सामान मंगाकर उसके पिता का ऑपरेशन किया। इस बात को जानकार बीजेपी जिला मंत्री आग बबूला हो गईं। मरीज के पास आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी उसका इलाज नहीं हो सका। जब खबर मीडिया में चली तो पीएम से लेकर सीएमएस और मेनका गांधी तक को ट्वीट हुआ। तब दो दिन बाद सीएमएस ने बीजेपी नेत्री और वृद्ध के बेटे को कार्यालय में बुलाकर कुछ पैसा अपनी जेब से और कुछ पैसा डॉक्टर राजेश की जेब से लेकर 18 हजार रुपए वापस किए। इससे साबित है कि स्वास्थ्य अधिकारियों के संरक्षण में जिला अस्पताल में मरीजों से जमकर उगाही की जा रही है।
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