सुल्तानपुर: जिगर के टुकड़े का शव कंधे पर लिए एंबुलेंस मांगता रहा बेबस पिता, ड्राइवर बोला- पहले 1800 रुपए फिर...
सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में जिला अस्पताल में संवेदनहीनता को देखने को मिली। एक गरीब पिता अपने मासूम बेटे के शव को कंधे पर लेकर एंबुलेंस की मांग करता रहा, लेकिन उसे एंबुलेंस नहीं मिली। यही नहीं एक एंबुलेंस चालक ने उससे शव घर ले जाने के एवज में 1800 रुपए की मांग की। गरीब पिता के पास पैसे नहीं थे, लिहाजा वह बच्चे के शव के साथ बस अड्डे पहुंचा, जहां रोडवेज चौकी इंचार्ज ने उसे बस से घर रवाना किया। इस मामले में सीएमएस का कहना है कि जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सांप के काटने के बाद बच्चे को अस्पताल लाए थे रामनयन
जौनपुर जिले के सरपतहा थाना क्षेत्र के उसरौली गांव में रहने वाले रामनयन के तीन साल के बेटे दिव्यांश को सांप ने काट लिया था। रामनयन अपनी पत्नी सुमित्रा के साथ बेटे के इलाज के जिला अस्पताल पहुंचे थे। जिला अस्पताल में दिव्यांश की मौत हो गई। जिगर के टुकड़े की मौत से टूट चुका गरीब पिता शव को घर ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस की मांग करता रहा, लेकिन कोई ले जाने को तैयार नहीं हुआ।
एंबुलेंस चालक ने गरीब से मांगे 1800 रुपए
इस बीच जिला अस्पताल में खड़ी एक एंबुलेंस के चालक ने रामनयन से शव घर ले जाने के लिए 1800 रुपए की मांग की। रामनयन के पास इतने रुपए नहीं थे। बेटे के शव के साथ पति-पत्नी रोते-बिलखते रोडवेज बस अड्डे पहुंचे। यहां पर रोडवेज चौकी इंचार्ज नियाजी की नजर पति-पत्नी पर पड़ी तो उन्होंने माजरा पूछा। रामनयन की पूरी बात सुनने के बाद चौकी इंचार्ज ने एक रोडवेज बस पर दंपती को उसके बेटे के शव के साथ बैठाकर घर के लिए रवाना किया। इस मामले में सीएमएस डॉ. प्रभाकर राय ने एंबुलेंस की दिक्कत की जानकारी से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी एंबुलेंस चालक ने पीड़ित से पैसे मांगे हैं तो जांच के बाद उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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