कश्मीर में हिंसा- पुलवामा में प्रदर्शनकारियों ने फूंक डाले दो कश्मीरी पंडितों के घर
श्रीनगर। हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में तनाव बढ़ गया है। पहले प्रदर्शन और अब हिंसा। दंगाई पहले तो पुलिस के वाहनों को क्षति पहुंचा रहे थे, अब कश्मीरी पंडितों पर हमला बोल दिया है। बीती रात पुलवामा में दो कश्मीरी पंडितों के घर में आग लगा दी गई। [पढ़ें- बुरहान वानी से जुड़ी 10 रोचक बातें]
हिजबुल के समर्थकों ने जिन घरों में आग लगायी, वो बंद पड़े थे। वहां कोई रह नहीं रहा था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने के प्रयास किये कि बुरहान कभी भी पंडितों के खिलाफ नहीं था, तो ये लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं। पुलिस ने बुरहान के उस वीडियो का हवाला दिया, जिसमें उसने कहा था कि मैं पंडितों के खिलाफ नहीं हूं, मैं उनके खिलाफ हूं, जो स्थानीय लोगों को कष्ट पहुंचाते हैं।
2008 के बाद पहली बार
कश्मीरी पंडितों के घर जलाये जाने की वारदात बेहद गंभी है। 2008 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है। सुरक्षा बलों को निर्देश दिये गये हैं, कि घर जलाये जाने का कोई बड़ा रिएक्शन नहीं हो, अन्यथा स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है।
2008 और 2010 में जब घाटी में हिंसा हुई थी, तब कश्मीरी पंडितों पर जमकर हमला बोला गया था।
लोगों के दिलों पर राज करता था बुरहान
जम्मू कश्मीर के स्वतंत्र विधायक राशिद इंजीनियर ने कहा कि जिस तरह से बुरहान की अंतिम यात्रा में भीड़ उमड़ी उससे यह तो साफ हो गया कि बुरहान लोगों के दिलों पर राज करता था।
लहराये गये थे पाकिस्तानी झंडे
आपको बताते चलें कि बुरहान वानी की अंतिम यात्रा के वक्त तमाम लोग पाकिस्तानी झेडे लेकर पहुंचे थे। उन लोगों ने बुरहान को शहीद का दर्जा दिया है।