दवाब के बाद सख्त हुई मुफ्ती सरकार, मसरत के खिलाफ देशद्रोह का आरोप दर्ज
श्रीनगर। अलगाववादी नेता मसरत आलम के खिलाफ अब जाकर जम्मू कश्मीर की मुफ्ती सरकार ने सख्ती दिखाई है। अब तक इस मसलें पर ठंडे से काम करने वाले मुफ्ती सरकार ने चौतरफा दवाब पड़ने के बाद उसपर देशद्रोह का मामला दर्ज कर लिया है।
मसरत आलम को 7 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेजा दिया गया है। इस गिरफ्तारी के विरोध में हुर्रियत ने आज कश्मीर बंद का ऐलान किया है। वहीं कल पूरे दिन पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प होती रही।
कश्मीर सरकार द्वारा मसरत पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने और हुर्रियत नेता सैयद शाह दिलानी को नजरबंद किए जाने को लेकर हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक प्रदेश सरकार के खिलाफ खड़े हो गए है। फारूक ने गिलानी को नजरबंद रखने के मामले में राज्य सरकार की आलोचना की और तत्काल मसरत की रिहाई की मांग की है।
गौरतलब है कि बुधवार को श्रीनगर में गिलानी की रैली में मसरत आलम ने जेल से रिहा होते ही शिरकत की थी और इस रैली में मसरत ने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए थे और पाकिस्तान का झंडा फहराया था।