मसरत को मिला आतंकी हाफिज सईद का साथ, भारत के लिए खतरे की घंटी
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में इन दिनों अलगाववादी नेता मसरत आलम की वजह से तनाव का माहौल है। मसरत की गिरफ्तारी के बाद से घाटी में प्रदर्शन और तोड़-फोड़ का दौर जारी है। प्रदर्शनकारियों के निशने पर पुलिस है तो वहीं पाकिस्तान ने खुले तौर पर अलगाववादी नेता मसरत आलम का समर्थक किया है।
पाकिस्तान के साथ-साथ आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद भी मसरत आलम के साथ आ गया है। मसरत की गिरफ्तारी पर हाफिद सईद ने भारत के खिलाफ जमकर आग उगली है । मसरत की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए हाफिज ने कहा कि पाकिस्तानी नारे उस श्रीनगर में लगाए गए थे, जो विवादित इलाका है और भारत का हिस्सा नहीं है।
मसरत आलम की गिरफ्तारी के बाद उग्र हुए प्रदर्शनकारी, पुलिस पर फेंके गये पत्थर
भारत के लिए खतरा
जिस तरह से श्रीनगर की एक रैली में पाकिस्तानी झंडे लहराने और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने पर अलगाववादी नेता मसरत आलम के समर्थन में पाकिस्तान और आतंकी हाफिज सईद आ गए है उससे भारत के लिए चिंता बढ़ गई है। सीनियर अलगाववादी नेता सईद अली शाह गिलानी और मसरत पहले से साथ है। अब उन्हें आतंकी हाफिज सईद और पाकिस्तान का साथ मिल गया है। ऐसे में भातर पर आतंकी हमले का अंदेशा बढ़ गया है।
जानिये वादियों को दहलाने के लिए अलगाववादियों के हाथ कौन मजबूत कर रहा
मसरत के लिए रैली
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने मसरत आलम के समर्नेथन में पाकिस्तान में एक रैली की और इस सभा में भारत के खिलाफ जहर उगला। हाफिद सईद ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को पूरा समर्थन देने का ऐलान किया। हाफिज ने कहा कि मैं कश्मीरी भाइयों को पैगाम देना चाहता हूं कि मुसलमानों का जहां मसला होगा, हम वहां पहुंचेंगे। उनसे मसरत की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए कहा कि उसने दिल्ली में झंडा नहीं लहराया है। उसने श्रीनगर में यह झंडा लहराया है। श्रीनगर कश्मीर है। कश्मीर विवादित इलाका है।