8 साल की कश्मीरी लड़की तजामुल इस्लाम ने रचा इतिहास, जीता वर्ल्ड किकबॉक्सिंग में गोल्ड
तजामुल इस्लाम ने सबसे कम उम्र में जीता वर्ल्ड किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप। अभावों से जूझकर बनी चैंपियन।
श्रीनगर। कश्मीर की आठ साल की तजामुल इस्लाम ने इटली में वर्ल्ड किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया है। तजामुल ऐसी पहली खिलाड़ी बन गई हैं जिन्होंने सब जूनियर कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम ऊंचा किया है।
नौ देशों की प्रतियोगिता में भारत का गाड़ा झंडा
तजामुल इस्लाम, जम्मू कश्मीर में बांडीपोरा जिले के एक दूर-दराज इलाके के गांव की निवासी हैं। इतनी कम उम्र में तजामुल ने बड़ा काम कर दिखाया है।
इटली के एंड्रिया में आयोजित सब जूनियर किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में 9 से ज्यादा दोनों ने भाग लिया। तजामुल ने अपनी जीत पर कहा कि भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने पर उनको गर्व है।
तजामुल ने समर्थन देने और हौसला बढ़ाने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया है।
सबसे कम उम्र में पाया गोल्ड मेडल
कोच मास्टर फैसल अली का कहना है कि गोल्ड मेडल जीतकर तजामुल इस्लाम सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गई हैं जिन्होंने सब जूनियर लेवल पर यह कमाल दिखाया है। सब जूनियर लेवल पर 14 साल तक के खिलाड़ी भाग लेते हैं। एंड्रिया में आयोजित किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में तजामुल सबसे कम उम्र की खिलाड़ी थीं।
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2015 में मिला तजामुल को नेशनल फेम
नई दिल्ली में 2015 में आयोजित किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में तजामुल ने सब जूनियर कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर नेशनल फेम पाया था।
इस जीत के बाद उनको इंटरनेशनल लेवल पर इस खेल में भाग लेने का मौका मिला। वर्ल्ड चैंपियनशिप तक पहुंचकर जीत दर्ज करनेवाली तजामुल का रास्ता आसान नहीं रहा।
तजामुल के पिता मोहम्मद लोन ड्राइवर का काम करके मुश्किल से घर चला पाते हैं। लेकिन बेटी तजामुल को हौसला और बढ़ावा देने में उन्होंने कोई कसर नहीं रखी।
कम उम्र में तजामुल का बड़ा संघर्ष
तजामुल का कहना है कि उन्होंने एक स्टेडियम में लड़के और लड़कियों को पंच करते देखा तो उन्होंने पापा से कहा कि वह भी इस खेल को सीखेगी। पिता मोहम्मद लोन ने मास्टर पैसल की एकेडमी में बेटी को किकबॉक्सिंग सीखने के लिए भेजा।
मास्टर फैसल ने तजामुल के बारे में कहा कि जब वह किंडरगार्टन में पढ़ती थी तब मेरे पास आई थी। मैंने उसमें प्रतिभा देखी। वह खेल के नियम तो नहीं जानती थी लेकिन उसकी स्पीड अच्छी थी और वह एग्रेसिव भी थी।
कश्मीर में किकबॉक्सिंग के लिए सुविधाओं का अभाव है। इन अभावों से जूझते हुए मास्टर फैसल के गाइडेंस में तजामुल ने किकबॉक्सिंग सीखी और वर्ल्ड बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल जीतकर साबित कर दिया कि वह दुनिया की सबसे बेहतर खिलाड़ी हैं।
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