रियो डी जेनेरियो। दुनिया के सबसे तेज धावक माने जाने वाले यूसैन बोल्ट ने रियो ओलंपिक में अपनी जीत का आगाज़ आज कर दिया है। आज 100 मीटर की क्वॉलीफाइंग हीट में उन्होंने 10.07 सेकंड के टाइम के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। इस रेस के दौरान उनके माथे पर चिंता का भाव जरा भी नहीं दिखा। उन्होंने इस रेस को बेहद आसान और सहज तरीके से पूरा किया। 32 साल बाद ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय एथलीट बनीं ललिता शिवाजी बाबर
यूसैन बोल्ट ने पिछले ही हफ्ते यह घोषणा की थी कि यह उनका अंतिम समर ओलंपिक होगा। अबतक 6 ओलंपिक मेडल जीत चुके बोल्ट ने अबतक 100 और 200 मीटर रेस स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक अपने नाम किए हैं।
तनाव के चलते इस तैराक ने कभी की थी आत्महत्या की कोशिश, आज रियो ओलंपिक में 2 स्वर्ण पदक के हैं मालिक
रियो ओलंपिक में इस रेस को बोल्ट का शानदार आगाज़ माना जा सकता है। बोल्ट को मुख्य रूप से टक्कर देने वाले खिलाड़ियों में उनके ही देश के योहान ब्लेक और अमेरिका के जस्टिमन गैटलिन व ट्रेवॉन ब्रॉमेल का नाम आता है।