अगरतला। रियो ओलंपिक 2016 में जिमनास्ट के फाइनल में पहुंचने के बाद भी दीपा करमाकर भले ही मेडल हासिल न कर पाईं हो लेकिन देश उनेक हौसले को सलाम कर रहा है।
त्रिपुरा सरकार ने सोमवार को दीपा का जोरदार स्वागत किया। बता दें कि दीपा पहली भारतीय हैं जो ओलंपिक में जिमनास्ट्स के फाइनल में पहुंची और थोड़े से अंतर के कारण कांस्य पदक से चूक गईं।
दीपा के सैकड़ों फैन, अधिकारी और उनके प्रशंसकों दीपा और उनके कोच बिशेश्वर नंदी के स्वागत में अगरतला एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।
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दीपा के स्वागत में सैकड़ों गाड़ियों का काफिला मौजूद रहा। इस दौरान दीपा ने कहा कि वे पूरी कोशिश करेंगी कि 2018 में जकार्ता में होने वाले एशियन गेम्स और ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक लाने की पूरी कोशिश करेंगी।
उन्होंने कहा कि 'मैं और भी ज्यादा खुश होती यदि मैं रियो से देश के लिए एक पदक ला सकती। मैं आगे होने वाले अन्य अंतर्राष्ट्रीय खेलों और टोक्यो में होने वाले ओलंपिक में पदक लाने की पूरी कोशिश करूंगी।'
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दीपा ने पदक न लाने पर माफी मांगते हुए कहा कि 'मैं अपने देशवासियों से माफी मांगती हूं कि मैं रियो से कोई पदक हीं ला सकी लेकिन भविष्य में होने वाले अन्य अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में मेडल लेकर आउंगी।'
अपने कोच बिसेश्वर नंदी की सराहना करते हुए दीपा ने कहा कि विदेशी कोच हमेशा अच्छे नहीं होते, भारतीय कोच भी बेहतर परिणाम देने के काबिल हैं।
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इस दौरान त्रिपुरा के शिक्षा मंत्री तपन चक्रवर्ती ने दीपा के सम्मान में मंगलवार यानी 23 जुलाई को राज्य में एक दिन के छुट्टी की घोषणा की है।
त्रिपुरा सरकार के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने घोषणा की कि दीपा के कोच जो फिलहाल त्रिपुरा सरकार के खेल और युवा मामलों के मंत्रालय में असिस्टेंट डायरेक्टर थे, उन्हें अब डिप्टी डायरेक्टर के पद पर प्रमोट कर दिया गया है।