लंदन। रविवार का दिन भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए काफी निराशाजनक रहा क्योंकि भारतीय टीम इंग्लैंड के हाथों बुरी तरह से हार की शिकार हो गई है।
मेजबान अंग्रेजों ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-1 से पिछड़ने के बाद जबरदस्त वापसी करते हुए लगातार तीन मैच जीतकर भारत से 3-1 से श्रृंखला जीत ली और भारत को बुरी तरह से शिकस्त दे दी। भारत की ऐसी शर्मनाक हार होगी यह किसी ने नहीं सोचा था।
अंग्रेजों ने लंदन के द ओवल मैदान में हुए आखिरी टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार को भारत को पारी और 244 रनों के भारी अंतर से करारी मात दे दी। पहली पारी के आधार पर 338 रनों से पिछड़ने के बाद भारतीय टीम ने इंग्लैंड के गेंदबाजों के आगे घुटने टेकते हुए दूसरी पारी में मात्र 29.2 ओवर में 94 रनों पर समर्पण कर दिया। स्टुअर्ट बिन्नी (नाबाद 25) दूसरी पारी में भारत के सर्वोच्च स्कोर रहे।
भारत की ऐसी शर्मनाक हार होगी यह किसी ने नहीं सोचा था
भारत की ओर से एक भी बल्लेबाज ने पिच पर टिक कर नहीं खेला और तू चल मैं आता हूं कि तर्ज पर काम करते हुए भारत को एक शर्मनाक हार दे बैठें।इंग्लैंड के लिए पहली पारी में नाबाद 149 रन बनाने वाले जोए रूट को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जबकि गेंद और बल्ले दोनों से बेहतरीन योगदान देने वाले गेंदबाज जेम्स एंडरसन को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। जबकि भुवनेश्वर कुमार भारतीय टीम के प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे।
13 बार 3 दिनों में टेस्ट गंवाने का कारनामा कर चुकी है भारतीय क्रिकेट टीम
द ओवल में आखिरी टेस्ट मैच की पहली पारी में भी भारतीय टीम 148 रनों पर सिमट गई थी। भारती टीम की यह लगातार पांचवीं पारी में शर्मनाक प्रदर्शन रहा। पिछली चार पारियों से भारतीय टीम 200 का आंकड़ा नहीं छू सकी थी और पांचवीं पारी में तो वे 100 रन भी नहीं बना सके।
गौरतलब है कि पांच टेस्टों की सीरीज में इंग्लैंड ने इससे पहले साउथम्पटन टेस्ट में भारत को 266 रनों से तथा मैनचेस्टर टेस्ट में पारी और 54 रनों के अंतर से हराया था। जबकि नॉटिंघम टेस्ट ड्रॉ रहा था, जबकि 28 साल बाद लॉर्ड्स में भारत को 95 रनों से जीत मिली थी जिसके हीरो थे ईशांत शर्मा।