रियो डी जेनेरियो। ओलंपिक में भारत के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। भारत की महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कांस्य पदक जीत लिया है। इसके साथ ही ओलंपिक में भारत का खाता भी खुल गया है। एक लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार भारत पदक जीतने में कामयाब हुआ है। साक्षी ने रेपचेज मुकाबले का दूसरा राउंड भी जीतकर यह साबित कर दिया कि उनकी बाजुओं में वाकई दम है। अपने चीनी प्रतिद्वंदी लिन डैन से 21-18, 11-21, 21-6 से हारकर बाहर हुए किदाम्बी श्रीकांत
रियो ओलंपिक में भारत को अपने पहले पदक के लिए 12 दिनों का लंबा इंतज़ार करना पड़ा! 58 किलोग्राम भारवर्ग की फ्रीस्टाइल कुश्ती में साक्षी मलिक ने किर्गिस्तान की एसुलू तिनिवेकोवा को 8-5 से हराकर कांस्य पदक पर कब्जा जमाया है। साक्षी को यह पदक जीतने के लिए रेपचेज मुकाबलों के दो राउंड जीतने थे और उन्होंने यह कर दिखाया।
आपको बता दें कि बीजिंग ओलंपिक में इसी तरह रेपचेज राउंड से सुशील कुमार ने कांस्य पदक जीता था। साक्षी ने इससे पहले अपने राउंड 1 मुकाबले में मंगोलिया की ओरखोन पुरेवदोर्ज को हराया था।
किर्गिस्तान की पहलवान एसुलू ने शुरुआत काफी आक्रामक की और देखते ही देखते 5 पॉइंट की बढ़त बना ली। उस वक्त लगा कि साक्षी यह मुकाबला गंवा देंगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। साक्षी ने लगातार 8 पॉइंट बटोरे, जो कि वाकई काबिल-ए-तारीफ है।
गौरतलब है कि इससे पहले साक्षी मलिक ने 58 किग्रा भारवर्ग के क्वॉलिफेकशन राउंड में स्वीडन की पहलवान मलिन जोहान्ना मैटसन को 5-4 से हराया था।