अहमदाबाद। भारत और ईरान आज आठवें कबड्डी वर्ल्डकप के फाइनल में आमने-सामने होंगे। एक तरफ जहां भारत ने अब तक सभी वर्ल्डकप अपने नाम किए हैं, तो दो बार का रनर-अप ईरान भी इस बार सोने से कम कुछ नहीं चाहता।
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7 अक्टूबर को शुरू हुआ कबड्डी वर्ल्डकप में दर्शकों को खूब रोमांच देखने को मिला है। 12 देशों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया और अब फाइनल मुकाबले के लिए आज अहमदाबाद में ईरान और भारत आमने सामने हैं।
दोनों देशों ही फाइनल को अपने नाम करना चाहते हैं। ईरान इस बार विजेता ट्रॉफी के साथ अपने देश लौटना चाहता है तो भारत अपनी बादशाहत टूटने नहीं देना चाहता। आइए देखतें हैं कि कौन सी चीजें भारत के हक में जाती हैं और कौन सी ईरान के।
सेमीफाइनल में भारत ने थाइलैंड को तो दूसरे सेमीफाइनल में इरान ने कोरिया को हराया। सेमीफाइनल में जहां भारत ने एकतरफा अंदाज में अपनी मुकाबला जीता तो वहीं ईरान ने कोरिया के साथ करीबी मुकाबला खेला। सेमाफाइनल समेत पूरे टूर्नामेंट में भारत ने चैंपियन की तरह खेला है। ऐसे में भारत को फाइनल में मनोवैज्ञानिक बढ़त मिलेगी।
2004 में कबड्डी वर्ल्डकप शुरु होने के बाद अब तक हुए 6 टूर्नामेंट में हमेशा भारत विजेता रहा है। वहीं ईरान पहले और दूसरे वर्ल्डकप (2004 और 2007) में उपविजेता रहा है। एक फिर से इरान फाइनल में है तो उसकी कोशिश इस बार रनरअप से चैंपिनय बनने की होगी।
भारत को एक बार फिर मेजबान होने का फायदा मिलेगा। दर्शक दीर्घा से भी भारत को ही ज्यादा समर्थन मिलेगा। इसका फायदा भारत को होगा।
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भारत की पूरी टीम लय में हैं। अनूप कुमार की अगुवाई में टीम पूरे जोश में दिख रही है। अनूप, प्रदीप नरवाल, नितिन तोमर, सुरेंद्र नाडा, अजय ठाकुर और मंजीत छिल्सर जैसे खिलाडियों से भारत को काफी उम्मीद रहेगी।
दूसरी ओर ईरान भी काफी जोश के साथ फाइनल में उतरेगी। इरान के कप्तान मैराज शेख, एजोबर मिगानी, गोलंबस कोरुकी और फरहाद ने सेमीफाइनल में शानदार खेल दिखाया है। ऐसे में फाइनल में भी इन खिलाड़ियों से इरान को उम्मीदें रहेंगी।
ईरान के फाजेल अतराचली और मैराज शेख समेत कई खिलाड़ी भारत में प्रो कबड्डी लीग में खेलते रहे हैं। ऐसे में इनको फाइनल में इस तजुर्बे का फायदा मिलेगा।
ईरानी कप्तान शेख ने फाइनल से पहले कहा है कि वो इस बार गोल्ड ही चाहते हैं, इसस कम कुछ नहीं। शेख के मुताबिक इरान में कबड्डी का इतिहास बेहद पुराना है।
शेख कहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बाद ईरान ही है जहां कबड्डी बहुत पहले से खेला जाता रहा है। उन्होंने कहा कि कबड्डी को हमारे देश में खूब पसंद किया जा रहा है और हम देश के लिए ट्रॉफी के लिए ही मैदान उतरेंगे।