रियो डी जेनेरियो। ओलंपिक में आज भारतीय महिला हॉकी टीम एक अहम मुकाबले में अर्जेंटीना के हाथों 5-0 से हारकर बाहर गई। इसके साथ ही 36 साल बाद महिला हॉकी टीम के ओलंपिक क्वॉर्टरफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें भी खत्म हो गईं। तनाव के चलते इस तैराक ने कभी की थी आत्महत्या की कोशिश, आज रियो ओलंपिक में 2 स्वर्ण पदक के हैं मालिक
इस पूरे मुकाबले में भारतीय टीम कहीं बेहतर प्रदर्शन करती ही नहीं दिखी। इस पूरे टूर्नामेंट की बात करें तो भारतीय महिला हॉकी टीम ने जापान के साथ 2-2 ड्रॉ हुए मुकाबले के अलावा सभी मैच गंवाए। गेम के आखिरी दो क्वॉर्टर में अर्जेंटीना टीम पूरी तरह भारत पर हावी दिखी। हालांकि, भारत की तरफ से गोल करने का भरसक प्रयास किया गया लेकिन हर बार असफलता ही हाथ लगी। जोसेफ स्कूलिंग : तैराकी के शहंशाह माइकल फेलप्स को हराने वाले इस तैराक से जुड़ी 10 रोचक बातें
दूसरे क्वॉर्टर में शुरुआत से ही अर्जेंटीना की खिलाड़ियों ने लगातार अटैक किए। एक बार भारत की ही खिलाड़ी से डी में फाउल हुआ तो अर्जेंटीना को पेनल्टी कॉर्नर मिल गया। यह पेनल्टी कॉर्नर उन्होंने गोल में बदल दिया। इसे स्विफ्ट मार्टिना ने किया। स्कोर 2-0 हो चुका था। इसके बाद एक और पेनल्टी कॉर्नर पर अर्जेंटीना ने तीसरा गोल कर स्कोर 3-0 कर लिया। इसके बाद चौथा गोल भी कुछ ही मिनट बाद हुआ और यह फील्ड गोल था।
कुछ मिनट के खेल के बाद अर्जेंटीना की ओर से पांचवां गोल भी हो गया। इससे पहले भारत की महिला हॉकी टीम को रियो ओलंपिक में लगातार तीन हार का सामना करना पड़ा था। गुरुवार को अमेरिका ने 3-0, ब्रिटेन ने 3-0 और आॅस्ट्रेलिया ने 6-1 से हराया था। इस पूरे टूर्नामेंट में जापान के साथ ही ड्रॉ मैच हुआ जिसमें स्कोर 2-2 रहा था।