नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने दागी सुरेश कलमाड़ी और अभय चौटाला को आजीवन अध्यक्ष बनाया हुआ है, जिस पर खेल मंत्रालय ने आईओए को एक कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। आईओए इस नोटिस का कोई ठोस जवाब देने में नाकाम रहा है, जिसके चलते खेल मंत्रालय ने कठोर कदम उठाते हुए शुक्रवार को आईओए को तब तक के लिए निलंबित कर दिया है, जब तक वह सुरेश कलमाड़ी और अभय चौटाला की नियुक्ति पर फैसला वापस नहीं ले लेता।
ये भी पढ़ें- अखिलेश के निष्कासन पर कार्यकर्ताओं ने किया बवाल,कहीं सड़क जाम तो कहीं जलाया शिवपाल का पोस्टरदरअसल, आईओए के अध्यक्ष एन रामचंद्रन इस समय देश से बाहर हैं जिसकी वजह से आईओए ने जवाब देने के लिए 15 दिन का समय मांगा था। खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा है कि सरकार किसी भी गलत काम को मंजूरी नहीं दे सकती है। आईओए द्वारा जवाब देने के बजाय 15 दिन का समय मांगे जाने के कारण सरकार ने कठोर कदम उठाते हुए आईओए को तब तक के लिए निलंबित किया है, जब तक वह नियुक्तियां रद्द न कर दे। गोयल के अनुसार जब तक आईओए निलंबित है, तब तक वह सरकार द्वारा मिले किसी भी विशेषाधिकार का उपयोग नहीं कर सकेगा और साथ ही उसे सरकार की ओर से मिलने वाली वित्तीय और अन्य हर प्रकार की मदद रोक दी जाएगी।
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खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा कि कलमाड़ी और चौटाला को आजीवन अध्यक्ष बनाना सुशासन की शर्तों का गंभीर उल्लंघन है, जिसके लिए तुरंत सुधारात्मक कदम उठाए जाने की जरूरत है। कलमाड़ी और चौटाला को 27 दिसंबर को चेन्नई में आईओए की सालाना बैठक में आजीवन अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, जिससे भारतीय खेल समुदाय हैरान है वहीं दूसरी ओर खेल मंत्रालय भी नाराज है। विवाद बढ़ने के बाद कलमाड़ी ने पेशकश नामंजूर कर दी, लेकिन चौटाला अब भी अड़े हुए हैं। इन दोनों की नियुक्ति को लेकर आईओए के अंदर भी बहुत से लोग विरोध कर रहे हैं।