जिम्बाब्वे के हीरो सिकंदर रजा
आपको बता दें कि कमजोर मानी जाने वाली जिम्बाब्वे के हीरो सिकंदर रजा ने श्रीलंका के खिलाफ मैच की दूसरी पारी में धमाकेदार शतक जमाया है। नंबर 6 पर बैटिंग करने आए सिंकदर जिस वक्त बल्लेबाजी करने उतरे थे, तब किसी ने सोचा नहीं था कि रजा आज यहां इतिहास रचेेंगे।
127 रन की पारी
रजा ने 205 गेंदों में 9 चौको और एक छक्के की मदद से 127 रन की पारी खेली। रजा, रंगना हेराथ ने हाथों क्लीन बोल्ड हुए। यहां आपको यह भी बता दें कि अपने करियर का पांचवां टेस्ट खेल रहे रजा का ये पहला टेस्ट क्रिकेट शतक है।
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टीम संकट की स्थिति में थी..
रजा तीसरे दिन जब बल्लेबाजी करने के लिए उतरे थे तो उनकी टीम संकट की स्थिति में थी। पहली पारी में 356 रन बनाने वाली जिम्बाब्वे दूसरी पारी में एक समय सिर्फ 23 रन पर चार विकेट खो चुकी थी लेकिन रजा ने आते ही ना केवल अपनी टीम को संकट से निकाला बल्कि अपने शानदार खेल से हर किसी का दिल भी जीत लिया।
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उलटफेर की स्थिति
रजा के बदौलत जिम्बाब्वे उलटफेर की स्थिति में आ गया है। गौरतलब है कि जिम्बाब्वे ने 1998 में भारत और पाकिस्तान को टेस्ट सीरीज में हराया था, जो उसके क्रिकेट इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
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101 टेस्ट में उसने 11 जीते
जिम्बाब्वे ने 1992 से 101 टेस्ट खेले हैं जिसमें उसने 11 जीते हैं। जिसमें बांग्लादेश के खिलाफ 6, पाकिस्तान के खिलाफ 3 और भारत के खिलाफ 2 टेस्ट उसने जीते हैं।