नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच कोलकाता के ईडेन गार्डन पर खेले जा रहे 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारत ने 178 रनों से जीत दर्ज की है। इस जीत के साथ ही भारत टेस्ट रैंकिंग में पाकिस्तान को पछाड़कर नंबर 1 बन गया है।
इस जीत में अहम योगदान देने वाले मैन आॅफ द मैच और भारतीय विकेटकीपर रिद्धिमन साहा ने कुछ ऐसा कर दिखाया जो कि महेंद्र सिंह धोनी भी अपने टेस्ट कॅरियर में नहीं कर सके।
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दरअसल, साहा ने बेहतरीन विकेटकीपिंग के साथ ही बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन कर दिखाया। उन्होंने 2016 में खेली गईं अपनी सात टेस्ट पारियों में 2 अर्धशतक, एक शतक और दो बार 40 से अधिक रन बनाए हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में की दोनों पारियों में नाबाद हाफ सेंचुरी लगाई।
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एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने वाले वह चौथे विकेटकीपर बने हैं। इससे पहले यह कारनामा धोनी कर चुके हैं। यूं तो धोनी ने ऐसा अपने कॅरियर में चार बार किया है। लेकिन साहा ने जो अलग कर दिखाया है वह है कि उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट की दोनों पारियों में नाबाद रहते हुए अर्धशतक लगाया है। जबकि धोनी ने ऐसा कभी नहीं किया।
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भारत की तरफ से दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने वाले पहले विकेटकीपर थे दिलावर हुसैन (59, 57)। उन्होंने यह कारनामा 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ किय था। उनके बाद फारुख इंजीनियर ने (121, 66) रन बनाए। जबकि धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008 में मोहाली में पहली बार ऐसा कर दिखाया था। इसके बाद उन्होंने ऐसा तीन बार और किया।
साहा वेस्टइंडीज के गैरी एलेक्सजेंडर के बाद दूसरे ऐसे विकेटकीपर हैं जिसने दोनों पारियों में नाबाद अर्धशतक लगाया है।