2005 की वी.बी सीरीज में हुआ था बड़ा विवाद
दरअसल बात है 2005 की। इसी साल वी.बी सीरीज में वेस्टइंडीज टीम की शर्मनाक हार हुई थी। इसमें वेस्टइंडीज की टीम को ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था। सीरीज के 9वें मैच में वेस्टइंडीज की टीम पाकिस्तान के हाथों 30 रनों से मिली हार के बाद बाहर हो गई थी। इस मैच में वेस्टइंडीज की टीम का प्रदर्शन बेहद निराशा जनक रहा था। पाकिस्तान ने पहली बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 307 रन बनाए थे। जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 48.1 ओवर में 277 पर ऑलआउट हो गई थी।
फ्लॉप रहे थे गेल और लारा
वेस्टइंडीज की तरफ से केवल आरआर सरवन (87 रन) और एस चद्रपॉल (58 रन) ही अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब रहे थे। क्रिस गेल इस मैच में जीरो पर आउट हो गए थे। यहां तक कि ब्रायन लारा भी केवल 19 रन ही बना सके।
'लड़कियों के फोन नंबर जितने भी रन नहीं बना सकी टीम'
टीम की करारी हार के बाद शुरू हुआ असली विवाद जिसने सभी को चौंका के रख दिया। दरअसल हार के बाद वेस्टइंडीज टीम के स्पॉन्सर ‘डिजीसेल' ने पूरी वेस्टइंडीज टीम पर एक घिनौना आरोप लगाया। ‘डिजीसेल' के प्रवक्ता रिचर्ड नॉवेल ने कहा कि वेस्टइंडीज टीम के हर खिलाड़ी के फोन में जितनी लड़कियों के नंबर है उतने रन भी नहीं बना सकी।
खिलाड़ी दौरे पर मौज करना चाहता है
नॉवेल ने आगे कहा था कि "एक प्रोफेशनल खिलाड़ी होने के नाते मैं जानता हूं कि एक खिलाड़ी दौरे पर मौज करना चाहता है। लेकिन टीम के प्रदर्शन को दरकिनार कर मौज नहीं की जा सकती।"
वेस्टइंडीज खिलाड़ियों के कमरों से लड़कियों की आवाजें सुनी गई थी
यही नहीं नॉवेल ने एक और आरोप लगाते हुए कहा था कि ब्रिस्बेन मैच से पहले वेस्टइंडीज खिलाड़ियों के कमरों से लड़कियों की आवाजें सुनी गई थी। ये मैच वेस्टइंडीज की टीम पाकिस्तान के हाथों 6 विकेट से हार गई थी।