जब धोनी के अचानक संन्यास के बाद रो पड़े थे कोहली, अनुष्का से शेयर किए थे जज्बात
नई दिल्लीः विराट कोहली ने पिछले हफ्ते टेस्ट क्रिकेट की भी कमान छोड़कर अपने कप्तानी करियर पर पूरी तरह विराम लगा दिया। यह एक चौंकाने वाला फैसला था और जब चीजें इतनी तेजी से घटित होती हैं तो उनके पीछे कई कहानियां बनी होती है। पर्दे के पीछे की बातों को हम शायद कभी आगे जान पाएंगे लेकिन इससे कोहली के योगदान को कभी भी कमतर नहीं आंका नहीं जा सकता। उनके अचानक इस्तीफे से उनके कप्तानी करियर पर एक सरसरी नजर डालने का एक मौका मिला है जो काफी चमकदार नजर आता है। खासकर रवि शास्त्री के साथ उनका कार्यकाल बहुत ही मजेदार रहा।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की वो सीरीज-
कोहली को लेकर बहुत सी बातें हैं जो उनके कप्तानी कार्यकाल के दौरान याद की जा सकती हैं। कई किस्से भुलाए नहीं जाएंगे और शायद भारत को ऐसा कप्तान ढूंढने में अब समय लगेगा। लेकिन एक कहानी कोहली के कप्तान बनने से ठीक पहले की है जो उस सीरीज की है जब धोनी को चोट लगी थी और कोहली की कप्तानी सौंपी गई थी। ये थी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2014 में खेली गई सीरीज जहां पर कोहली को पहली बार टेस्ट कमान मिली थी। इस सीरीज में धोनी को अंगूठे की चोट के कारण एक गेम मिस करना पड़ा और कोहली को कप्तानी सौंपी गई थी। फिर धोनी इस सीरीज के तीसरे मैच के बाद अचानक टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह देते हैं और कोहली को फुल टाइम रेड बॉल क्रिकेट का कप्तान बनाया जाता है।
कोहली
ने
कप्तानी
छोड़ने
के
बारे
में
सबसे
पहले
इस
शख्स
को
बताया,
फिर
जय
शाह
को
कॉल
किया

कोहली ने किया था खुलासा- मैं तब रो पड़ा
क्रिकेट मंथली के साथ 2015 के एक साक्षात्कार में, कोहली ने एक दिलचस्प कहानी का खुलासा किया था जब धोनी ने घोषणा की थी कि वह रेड-बॉल क्रिकेट छोड़ देंगे और वह फूट-फूट कर रो पड़े।
कोहली ने धोनी के फैसले पर अपने सदमे को याद किया और अनुष्का शर्मा से उनकी बातचीत को याद करते हुए कहा, "ईमानदारी से, मैं सोच नहीं पा रहा था कि मैं अब टेस्ट कप्तान बनने जा रहा हूं। चीजें थोड़ी शांत होने के बाद, मैं अपने कमरे में चला गया। अनुष्का [शर्मा], उस श्रृंखला को देखने आई थीं, मैंने उन्हें खबर के बारे में बताया। उनकी भावनाएं मिली-जुली थीं कि यह अचानक कैसे हुआ। उन्होंने [धोनी] ऐसा क्यों किया?"

अनुष्का शर्मा से बात की और भावुक होते गए-
कोहली ने बताया कि वे इस बात से भावुक हो गए कि अब वे भारत के परमानेंट टेस्ट कप्तान बनेंगे। यह एक अलग भावना थी जिसको याद करते हुए कोहली ने बताया, "थोड़ी देर बाद हम दोनों इस अहसास में खो गए कि मैं भारत का टेस्ट कप्तान बनने जा रहा हूं, वो भी परमामेंट तौर पर। अब यह केवल एक या दो मैचों के लिए नहीं होगा, बल्कि स्थायी रूप से होगा। और मैं टूटकर रो पड़ा, क्योंकि मैंने कभी ऐसा होने की उम्मीद नहीं की थी।"
कोहली ने कहा था, ईमानदारी से कहूं तो अगर आप ये सवाल मुझसे तब पूछते जब मैंने टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया था कि मैं कप्तान बनने जा रहा हूं तो मैं आपसे कहता है कि कोई चांस ही नहीं है। मेरा सपना तो भारत के लिए केवल टेस्ट क्रिकेट खेलना था। तब मेरे अंदर अपने बचपन की यादें, क्लब क्रिकेट खेलना, स्कूल क्रिकेट खेलना, फिर स्टेट क्रिकेट तक का सफर याद आ गया और ये जबरदस्त अहसास था। आप जानते हैं मैं बस खो गया था।