साैरव गांगुली या कोहली? वीरेंद्र सहवाग ने बताया काैन था सबसे बेहतर कप्तान

नई दिल्ली। विराट कोहली ने कुछ महीनों पहले विवादास्द तरीके से तीनों फाॅर्मेट की कप्तानी को छोड़ा है। हालांकि, उनकी कप्तानी में टीम ने देश-विदेशों में बड़ी जीत दर्ज की हैं। वहीं साैरव गांगुली ने भी अपने समय के दाैरान बताैर कप्तान विदेशी धरती पर कामयाबी के झंडे गाड़े। अगर बात की जाए कि इन दोनों दिग्गजों में काैन बेहतर कप्तान रहा है तो जवाब देना मुश्किल है, लेकिन पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपनी बेबाक राय रखते हुए बताया कि किस कप्तान में क्या फर्क रहा।
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सौरव गांगुली ने एक नई टीम बनाई
होम ऑफ हीरोज, स्पोर्ट्स 18 पर बात करते हुए सहवाग ने कहा कि गांगुली मुश्किल समय एक नई टीम बनाने में सक्षम थे जिसमें वह भी शामिल थे लेकिन कोहली ऐसा नहीं कर सके। सहवाग ने कहा, "सौरव गांगुली ने एक नई टीम बनाई। उन्होंने नए खिलाड़ियों को जोड़ा और जब उतार-चढ़ाव भरा समय आया तो उनका समर्थन किया, लेकिन मुझे लगता है कि कोहली ने अपने कार्यकाल में ऐसा कुछ किया है।"

कोहली ने कुछ खिलाड़ियों का समर्थन किया
सहवाग यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि उनकी नजर में नंबर 1 कप्तान वो है जो एक टीम बनाता है और अपने खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देता है। गांगुली इसमें काफी अच्छे थे, लेकिन कोहली कुछ खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए दूसरों से पीछे नहीं रहे। सहवाग ने कहा, "मेरी राय में, नंबर 1 कप्तान वह है जो एक टीम बनाता है और अपने खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देता है। कोहली ने कुछ खिलाड़ियों का समर्थन किया, लेकिन कुछ खिलाड़ियों का नहीं किया।"

कैसा रहा गांगुली का बताैर कप्तान प्रदर्शन
इसमें कोई शक नहीं है कि गांगुली ने भारत को तीन आईसीसी इवेंट्स के फाइनल में पहुंचाया था। गांगुली की कप्तानी में भारत ने 2002 में आईसीसी नॉकआउट खेला। फिर इसके दो साल बाद भारत ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भी जगह बनाई। भारत साउथ अफ्रीका में आईसीसी वनडे विश्व कप 2003 के फाइनल में भी पहुंचा, जिसमें वे ऑस्ट्रेलिया से हार गए थे। गांगुली की कप्तानी में भारत ने 2004 में भी एक सीरीज ड्रा की थी। नहीं भूलना चाहिए कि भारत ने 2001 में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में हराया, जो सबसे बड़ी टेस्ट जीत में से एक है।

कोहली आईसीसी इवेंट्स में नहीं दिखे खास
वहीं कोहली की बात करें तो उन्होंने आईसीसी इवेंट्स में उतना शानदार काम नहीं दिखाया, लेकिन उन्होंने टेस्ट कप्तान के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया है। वनडे में कोहली की कप्तानी में भारत 2017 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा था, जहां वे फिर पाकिस्तान से हार गए थे। भारत 2019 में आईसीसी वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा। फिर सबसे खराब प्रदर्शन 2021 टी20 विश्व कप में दिखा, जिसके बाद कोहली ने कप्तानी छोड़ दी। कोहली ने हालांकि भारत और विदेशों में कई सीरीज जितवाने का काम किया।
भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीती थी। उन्होंने 2017 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती और भारत को टाॅप टीमों के खिलाफ भारत में बैक-टू-बैक सीरीज जीत दिलाई। हालांकि यह तय करना मुश्किल हैं कि काैन बेहतर कप्तान है क्योंकि अपने समय के अनुसार हर किसी ने पूरा योगदान देने का प्रयास किया।