मैं कुछ नहीं कह सकता..
वेस्टइंडीज से तीसरे मुकाबले से पहले कोहली मीडिया से मुखाबित हुए, जहां जब उनसे भारतीय कोच से संबंधित प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा कि निजी तौर पर कहूं तो मैं कुछ नहीं कह सकता, न ही कोई विस्तृत जानकारी दे सकता हूं। एक टीम के तौर पर हम तभी अपनी राय देते हैं जब बीसीसीआई हमसे पूछती है।कोच का चयन एक प्रक्रिया के तहत होता है और किसी व्यक्ति की निजी राय की उसमें कोई भूमिका नहीं है।
सार्वजनिक रूप से कुछ भी कहना...
हालांकि कोहली ने कोच विवाद पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया और कहा कि हमें बीसीसीआई पहले ही कह चुकी है कि सार्वजनिक रूप से कुछ भी कहना तब तक सही नहीं है, जब तक सारी चीजें क्लीयर ना हो जाएं।
हमारा पूरा फोकस खेल पर
कोहली ने कहा कि अभी उनकी प्राथमिकता वेस्टइंडीज से सीरीज जीतना है, हमारा पूरा फोकस खेल पर है, हम भारत से दूर यहां क्रिकेट खेलने आए हैं और इस वक्त उसी के बारे में सोच रहे हैं।
इससे फर्क नहीं पड़ता...
कोहली ने मीडिया पर परोक्ष रूप से तंज कसते हुए कहा कि आखिरकार खेल के मैदान पर किया गया प्रदर्शन ही मायने रखता है, मीडिया में क्या छपा, क्या नहीं छपा इससे फर्क नहीं पड़ता,पहले हमें मीडिया की बातें परेशान किया करती थीं लेकिन अब हमें इनकी आदत हो गई है।
त्यागपत्र दे दिया
आपको बता दें कि टीम के पूर्व कोच अनिल कुंबले ने कोहली से मतभेद के चलते ही पद से इस्तीफा दिया था। कुंबले ने इस्तीफे के बाद कहा कि कोहली को उनके काम करने के रवैये पर एतराज था इसलिए उन्होंने त्यागपत्र दे दिया।