नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (कैग) विनोद राय को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के चार सदस्यीय प्रशासनिक पैनल का अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस पैनल में विनोद राय के सहयोग के लिए इतिहासकार रामचंद्र गुहा, पूर्व महिला क्रिकेट खिलाड़ी डियाना इदुलजी, विक्रम लिमये का नाम शामिल है। पूर्व कैग विनोद राय ने ही कोयला घोटाले का खुलासा किया था।
सुप्रीम कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल के उस अनुरोध को भी खारिज कर दिया जिसमें समिति के सदस्य के रूप में खेल मंत्रालय के सचिव को नियुक्त करने की अपील की गई थी। कैरियर बैंकर विक्रम लिमये और बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी आईसीसी की वित्तीय हिस्सेदारी संबंधी बैठकों में बीसीसीआई का नेतृत्व करेंगे। हाल ही में अमाइकस क्यूरी गोपाल सुब्रमण्यम और अनिल दीवान ने सर्वोच्च अदालत के सामने 9 नामों की सूची क्रिकेट प्रशासकों की नियुक्ति के लिए सौंपी थी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई पैनल की नियुक्ति के लिए न्यायमित्र अनिल दीवान और गोपाल सुब्रमण्यम से नामों की लिस्ट मांगी थी।
बीसीसीआई मामले में 24 जनवरी को देश की सर्वोच्च अदालत में सुनवाई हुई थी लेकिन लोढ़ा समिति की सिफारिशों के मुताबिक बीसीसीआई में बदलाव लाने के लिये कोर्ट ने प्रशासकों के नामों की घोषणा नहीं की थी। उस समय कोर्ट ने कहा था कि केंद्र और बीसीसीआई नाम सुझा सकते हैं, अदालत ने बीसीसीआई से सील बंद लिफाफे में नाम मांगे थे। गौरतलब है कि दो जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा रुख दिखाते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के को पद से हटा दिया था। इससे पहले कई बार सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग ठाकुर और बीसीसीआई के प्रशासकों को कई दफा कड़ी फटकार भी लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कहा था कि लोढ़ा कमेटी की सिफारिश के आधार किसी भी ऐसे शख्स को बीसीसीआई में पद नहीं दिया जा सकता जो 70 साल से ज्यादा हो।
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