12 सालों में मिली है सिर्फ जीत
चैंपियंस ट्रॉफी में पुरुष टीम भले ही फाइनल में पाकिस्तान से हार गई हो लेकिन महिलाओं ने तो उनका भी रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपनी टीम के लिए पिछले 12 सालों में 10 वीं जीत दर्ज कर इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में अपना नाम दर्ज कर दिया। एक झलक उन आसान जीत की कहानियों पर। 30 दिसंबर 2005 को खेले गए मुकाबले में टीम इंडिया ने 193 रनों से जीत दर्ज की, 2 जनवरी 2006 को खेले गए मुकाबले में 10 विकेट से जीत दर्ज की, 13 दिसंबर 2006 को खेले गए मुकाबले में 80 रनों से जीत दर्ज की, 19 दिसंबर 2006 को खेले गए मुकाबले में 103 रनों से आसान जीत हासिल किया। 5 मई 2008 को खेले गए मैच में 182 रनों से जीत मिली, 9 मई 2008 को 107 रनों से जीत मिली,7 मई 2009 को 10 विकेट से जीत मिली, 7 फरवरी 2013 को 6 विकेट से जीत मिली, 19 फरवरी 2017 को 7 विकेट से जीत मिली और रविवार को खेले गए मुकाबले में 110 रनों से जीत हासिल की। टीम इंडिया ने पाक के खिलाफ अपने सभी दस मुकाबलों में जीत दर्ज की है।
एकता बिष्ट का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत खराब रही लेकिन पूनम राउत की 47, दीप्ति शर्मा के 28 और मध्यक्रम के फ्लॉप होने के बाद सुषमा वर्मा ने 35 गेंदों में 33 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल अपनी टीम को एक फाइटिंग स्कोर तक पहुंचाया और एकता बिष्ट ने अपनी फिरकी में पाकिस्तानी बल्लेबाजों को फंसा लिया और अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट झटके और टीम को जीत दिलाई। पाकिस्तान की सना मीर (29) और नाहिदा खान (23) मात्र दो ऐसी बल्लेबाज थी जिन्होंने दहाई का आंकड़ा छुआ अन्यथा बांकी कोई भी बल्लेबाज टीम इंडिया की फिरकी गेंदबाजी के आगे नहीं टिक पाया।
मिताली ने नहीं की विराट वाली 'गलती'
महिला वर्ल्ड कप मे रविवार को हुए भारत-पाक महामुकाबले में चिर-परिचित प्रतिद्वंदी के खिलाफ भारतीय कप्तान मिताली राज ने पुरुष टीम के कप्तान विराट कोहली की तरह गलती नहीं की। मिताली राज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया जो उनकी टीम के हक में गया और उन्हें जीत भी मिली।भारतीय महिला टीम ने इसी मैदान पर मेजबान इंग्लैंड को 35 रन से हरा दिया था चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में टॉस जीतने के बाद विराट कोहली ने पहले बल्लेबाजी के बजाए गेंदबाजी का फैसला लिया था। कोहली का यह फैसला भारतीय टीम के लिए गलत साबित हुआ था और पाकिस्तान ने जीत के साथ चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया था।
एकता की फिरकी पर नाचे पाकिस्तानी
18 रन देकर 5 विकेट झटकने वाली एकता बिष्ट को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। यह उनका दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था इससे पहले भी उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ महज 8 रन देकर 5 सफलताएं अर्जित की थी। एकता ने इस मैच में अपने 10 ओवर में दो मेडन ओवर फेंकते हुए यह कारनामा किया।