नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और बंगाल क्रिकेट संघ (CAB) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने मंगलवार को बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के प्रबल दावेदार होने अटकलों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि वह अभी इस पद के लिए जरूरी शर्तें पूरी नहीं करते। गांगुली ने अटकलों को खारिज करते हुए कहा, 'मेरा नाम बिना वजह सामने लाया जा रहा हैं। मैं अभी क्वालीफाई नहीं कर रह। कैब अध्यक्ष के तौर पर अभी मैंने सिर्फ एक साल पूरा किया है। दो साल और बचे हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष पद की दावेदारी में मैं नहीं हूं।'
गावस्कर ने लिया था गांगुली का नाम
लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें लागू करने और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर गांगुली ने कहा कि बीसीसीआई पास सुप्रीम कोर्ट का आदेश मानने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि बोर्ड इस बारे में फैसला करेगा और भविष्य की नीतियों पर विचार करेगा। गांगुली ने बताया कि 22 जनवरी को ईडन गार्डन्स में भारत-इंग्लैंड के बीच होने वाले तीसरे वनडे के बाद कैब की आम सभा की बैठक होगी। गांगुली का नाम बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए तब सामने आया जब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान उनका नाम लिया। गावस्कर ने कहा, 'बीसीसीआई के पास अच्छी बेंच स्ट्रेंथ है। ये अच्छी भूमिका निभा सकती है। मेरे जेहन में सौरव गांगुली का नाम आता है।'
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महीनों से चल रही थी कानूनी लड़ाई
बता दें कि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें लागू न करने की वजह से बीसीसीआई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा था। महीनों तक चली अदालती लड़ाई के बाद सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को पद से हटाने का आदेश दे दिया। सुप्रीम कोर्ट ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में सट्टेबाजी की शिकायतें मिलने के बाद क्रिकेट में सुधार के लिए लोढ़ा कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने आरोप लगाया था कि बीसीसीआई सिफारिशें लागू करने से बच रहा है।
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