ईमानदार वकील
शशांक मनोहर की छवि एक ईमानदार वकील के रूप में होती हैं। शशांक मनोहर एक धनी परिवार से ताल्लुक रखते हैं, उनके पिता वी मनोहर नागपुर के पहले वो रईस थे जिन्होंने शेवरले एम्पाला खरीदी थी।
दो टूक बोलने वाले स्पष्ट वक्ता
शशांक मनोहर को लोग दो टूक बोलने वाला और स्पष्ट वक्ता कहते हैं। विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (वीसीए) की ओर से शशांक मनोहर को अब तक का बेस्ट बीसीसीआई चीफ करार दिया गया था।
मीडियम प्रेसर
शशांक मनोहर खुद भी क्रिकेट खेला करते थे। शशांक नागपुर विवि के टीम में मीडियम प्रेसर थे। इनके पिता वी मनोहर विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट रह चुके हैं।
रणजी टीम का हिस्सा
शशांक के बेटे अद्ववैत मनोहर भी विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (वीसीए) के वाइस प्रेसिडेंट हैं। अद्ववैत मनोहर रणजी टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं।
पहले स्वतंत्र चेयरमैन
शशांक मनोहर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं,बीसीसीआई का अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद ही उन्होंने आईसीसी चेयरमैन का पद संभाला था। शशांक क्रिकेट के खेल की शीर्ष संस्था के पहले स्वतंत्र चेयरमैन निर्वाचित हुए थे, उनका कार्यकाल दो वर्ष का था लेकिन वो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए और निजी कारणों से आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया।