संजय मांजरेकर ने कहा- टी20 वर्ल्ड कप की टीम में रवींद्र जडेजा की जगह मुश्किल
नई दिल्ली, 25 जून: पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि रवींद्र जडेजा के लिए आगामी टी20 विश्व कप 2022 में भारत की प्लेइंग इलेवन में नियमित जगह बनाना मुश्किल होगा। हाल ही में इस बात को लेकर काफी चर्चा हो रही है कि वर्ल्ड कप में भारत की शुरुआती प्लेइंग इलेवन में कौन बनाएगा। हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक के वापसी ने कई युवाओं के मौकों की संभावना को खारिज कर दिया है क्योंकि दोनों ही खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के हकदार हैं। ऐसे में चयनकर्ताओं के लिए अक्टूबर-नवंबर में बड़े टूर्नामेंट के लिए टीम का संयोजन बैठाना अच्छा सिर दर्द साबित हो रहा है।
खराब टी20 प्लेयर दिखाई दिए जडेजा
स्टार भारतीय ऑलराउंडर जडेजा चोट के कारण इस महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की पांच मैचों की T20I श्रृंखला से चूक गए। इंडियन प्रीमियर लीग 2022 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए उनका प्रदर्शन 10 मैचों में सिर्फ 116 रन और 5 विकेट के साथ खराब था। उनको कप्तानी भी छोड़नी पड़ी और एक खिलाड़ी के तौर पर वह काफी खराब टी20 प्लेयर दिखाई दिए।
अक्षर को जडेजा से पहले जगह मिल सकती है
जबकि, अक्षर पटेल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक स्पिन ऑलराउंडर विकल्प के रूप में सातवें नंबर पर खेले, लेकिन उनका प्रदर्शन भी पर्याप्त नहीं था।
इरफान पठान सहित कई पूर्व क्रिकेटरों ने ऑस्ट्रेलिया में विश्व कप के लिए अपनी पसंदीदा प्लेइंग इलेवन में जडेजा को सातवें स्थान पर रखा है। लेकिन मांजरेकर को लगता है कि अक्षर को जडेजा से पहले जगह मिल सकती है।
जडेजा के लिए वास्तव में आसान नहीं होगा
मांजरेकर ने फर्स्टपोस्ट के साथ वर्चुअल चैट में कहा, "स्पष्ट रूप से, दिनेश कार्तिक ने दिखाया है कि वह एक बल्लेबाज के रूप में 6 या 7 नंबर पर हो सकते हैं। वह जो प्रभाव डाल रहा है वह शानदार है और हमने देखा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 में, आईपीएल में उन्होंने क्या किया। इसलिए, जडेजा के लिए आना और उनकी जगह लेना वास्तव में आसान नहीं होगा और भारत अक्षर पटेल जैसे किसी व्यक्ति को खिलाने को लेकर समझौता कर सकता है।
पंत को अभी और समय लगेगा
मांजरेकर ने कहा कि टीम में अब हार्दिक पांड्या, कार्तिक नीचे के क्रम में बल्लेबाजी कर रहे हैं। ऋषभ पंत भी हैं इसलिए उनके लिए यह आसान नहीं होगा।
मांजरेकर ने स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत पर भी चिंता जिताई जिनको दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला के लिए एक स्टैंड-इन कप्तान के रूप में नामित किया गया था, लेकिन खिलाड़ी और कप्तान के रूप में वे प्रभाव डालने में विफल रहे। उन्होंने पांच मैचों में 14.50 की औसत और 105.45 के खराब स्ट्राइक रेट से 58 रन बनाए। मांजरेकर मानते हैं कि पंत को अभी और समय लगेगा।
सफेद गेंद वाले क्रिकेट में पंत खुद को साबित करें
मांजरेकर ने निष्कर्ष निकाला, "जिस तरह का प्रदर्शन हमने सभी लोगों से देखा है, ऋषभ पंत पर प्रदर्शन करने का दबाव महसूस होगा। पंत के साथ आपको इंतजार करना होगा, वे अलग खिलाड़ी हैं और उन्होंने इसे टेस्ट स्तर पर दिखाया है। वह एक उल्लेखनीय खिलाड़ी हैं। लेकिन सफेद गेंद वाले क्रिकेट में, उनको अभी भी यह बताना है कि वह किस तरह के खिलाड़ी है।"
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