'सिर्फ एक गलती खत्म कर सकती है गेंदबाज का करियर', ICC के नये नियमों पर अश्विन ने तोड़ी चुप्पी
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन में भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन दिल्ली कैपिटल्स का दामन छोड़कर राजस्थान रॉयल्स की टीम से खेलते नजर आयेंगे। दुनिया की सबसे मशहूर लीग का आगाज होने में बस एक हफ्ते का समय बाकी रह गया है, जिससे पहले इस दिग्गज ऑफ स्पिनर ने एमसीसी (मेरिलबॉन क्रिकेट क्लब) की ओर से सुझाये गये क्रिकेट के नियमों में बदलाव को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है और खेल भावना की वजह से अक्सर विवादों में रहने वाले उस नियम पर अपनी राय दी है, जिस पर अक्सर खेल जगत दो भागों में बंटा हुआ नजर आता है।

भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने मेरीलबॉन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के डिसिजन की तारीफ की है जिसमें एमसीसी ने मांकड़िंग को खेल भावना के विपरीत नहीं बताते हुए इसे रन आउट सेक्शन में डाल दिया है। उल्लेखनीय है कि क्रिकेट के खेल में अगर नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ा खिलाड़ी गेंद फेंकने से पहले क्रीज छोड़ देता है तो गेंदबाज के पास उसे आउट करने का अधिकार है।
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बल्लेबाज का क्रीज छोड़ना गलत है न कि उसे रन आउट करना
हालांकि खेल जगत में ऐसा करने को खेल भावना के विपरीत मानने वाले लोगों की कमी नहीं थी, जिसको लेकर पिछले कुछ समय में इस नियम पर काफी चर्चा भी की गई और अंत में एमसीसी ने इसे रन आउट की श्रेणी में डाल दिया। एमसीसी के इस कदम की तारीफ करते हुए अश्विन ने कहा कि गेंदबाजों को नॉन स्ट्राइकर पर खड़े बल्लेबाज को रन आउट करने में दो बार सोचने की जरूरत नहीं है।
अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए अश्विन ने कहा,'मेरे हिसाब से नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े बैटर का क्रीज छोड़ना पूरी परिस्थिति के साथ अन्याय है न कि गेंदबाज का उन्हें रन आउट करना। पहले इसे मांकड़ कहा जाता था लेकिन अब इसे रन आउट कर दिया गया है। एमसीसी ने इस विकेट को लेकर जारी सभी भ्रम को दूर कर इसे रन आउट कर दिया है। इससे पहले उम्मीद की जाती थी कि जब नॉन स्ट्राइकर क्रीज छोड़े तो गेंदबाज उन्हें एक चेतावनी जारी करे।'

लोगों का सोचकर नहीं करते थे रन आउट
अश्विन ने आगे बात करते हुए कहा कि एमसीसी ने अब साफ कर दिया है कि नॉन स्ट्राइकर एंड पर ऐसा करने वाला खिलाड़ी गलत कर रहा है और गेंदबाज उन्हें रन आउट कर सकता है। अगर नॉन स्ट्राइकर गेंद फेंके जाने से पहले क्रीज छोड़ने की कोशिश करता है तो आप इसे जरूर करें। गेंदबाज पहले इस को लेकर काफी बुरा महसूस करते थे कि उनकी टीम के साथी बल्लेबाज क्या सोचेंगे, क्रिकेट जगत क्या सोचेगा, ऐसा करने के क्या परिणाम होंगे और इसी वजह से वो उन्हें रन आउट नहीं किया करते थे।
उल्लेखनीय है कि अश्विन ने आईपीएल 2019 के दौरान पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के एक मैच के दौरान जोस बटलर को ऐसे ही रन आउट किया था जिससे मैच का रुख उनके पक्ष में चला गया था। इस रन आउट ने खेल भावना को लेकर काफी चर्चा बटोरी थी और अश्विन कई महीनों तक चर्चा का विषय बने रहे थे।

खत्म हो सकता है बॉलर का करियर
नया नियम आने के बाद अश्विन का मानना है कि गेंदबाजों को इस नियम का इस्तेमाल करना चाहिये क्योंकि नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ा प्लेयर जो अतिरिक्त कदम ले रहा है उससे उनका पूरा करियर बर्बाद हो सकता है।
उन्होंने कहा,'अगर नॉन स्ट्राइकर इस अतिरिक्त कदम लेने की वजह से स्ट्राइक पर पहुंच जाता है तो वो शायद छक्का लगा दे जबकि मौजूदा स्ट्राइकर अपना विकेट गंवा दे। अगर आप एक विकेट लेते हैं तो आपका करियर आगे बढ़ता है वहीं पर अगर आप एक छ्क्का खाते हैं तो आपका करियर परेशानी झेलता है।'