अगले सीजन से इन 3 महत्वपूर्ण बातों पर जरूर ध्यान देगी चेन्नई सुपर किंग्स, क्या टीम को मिलेगा नया धोनी?

नई दिल्ली, 23 मई: आईपीएल 2022 चेन्नई सुपर किंग्स के लिए किसी बुरे सपने के जैसा रहा। पिछले साल की चैंपियन टीम प्लेऑफ में जगह बनाने तो दूर टॉप-5 टीमों में भी अपना स्थान नहीं बना सकी। चेन्नई ने 14 मैच खेले और केवल 4 में जीत दर्ज की। 10 मुकाबलों में टीम को हार का सामना करना पड़ा। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले किसी ने भी ऐसा अनुमान नहीं लगाया था कि चार बार की आईपीएल विजेता टीम प्वॉइंस टेबल में 9वें पायदान पर रहेगी, लेकिन क्रिकेट वाकई में अनिश्चितताओं का खेल है।
इस बार भले ही धोनी एंड कंपनी प्लेऑफ में न पहुंच पाई हो, लेकिन कुछ ऐसे पहलु है, जिनसे सबक लेकर सीएसके अगले साल के लिए दमदार वापसी कर सकती है।

भविष्य के लिए नए कप्तान को तैयार करना
आईपीएल-15 के शुरू होने से पहले चेन्नई सुपर किंग्स ने महेंद्र सिंह धोनी की जगह रविंद्र जडेजा को टीम का नया कप्तान बनाया था। लेकिन उन्होंने बतौर कप्तान निराश किया और सीजन के बीच में ही कप्तानी छोड़ धोनी को वापस सौंप दी। जडेजा ने 8 मैचों में कप्तानी की और केवल 2 मैच जीतने में सफल रहे, 6 में टीम को हार मिली।
आने वाले सालों के लिए फ्रेंचाइजी को ऐसे खिलाड़ी की जरूरत है, जो धोनी की तरह लंबे समय तक टीम को संभाल सके। एमएस धोनी के बाद चेन्नई के लिए अगला कप्तान बनने की क्षमता ओपनर ऋतुराज गायकवाड़ और ऑलराउंडर मोइन अली में नजर आती है।

तेज गेंदबाजी को बनाना होगा मजबूत
मौजूदा सीजन के दौरान टीम में दीपक चाहर की कमी साफतौर पर नजर आई। चाहर पावरप्ले में विकेट निकालने में माहिर है और थोड़े कंजूस गेंदबाज में माने जाते हैं। हालांकि, उनकी गैरमौजूदगी में युवा खिलाड़ी मुकेश चौधरी ने भी क्रिकेट के जानकारों को खासा प्रभावित किया। मुकेश ने 13 मैचों में 16 विकेट लिए थे। उनके अलावा सिमरनजीत सिंह ने भी 6 मैचों में 4 विकेट झटके।
आने वाले सालों में फ्रेंचाइजी इन दोनों तेज गेंदबाजों के अलावा और युवा खिलाड़ियों को मौका देकर टीम के तेज गेंदबाजी डिपार्टमेंट को मजबूत बना सकती है।

अधिक ऑलराउंडर की तलाश
चेन्नई सुपर किंग्स को अपनी टीम में ज्यादा ये ज्यादा ऑलराउंडर खिलाड़ियों को जोड़ने की जरूरत है। टीम के लिए पिछले कुछ सालों में ड्वेन ब्रावो ने बहुत ही शानदार काम किया, लेकिन बढ़ती उम्र और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए सुपर किंग्स को अब उनका विकल्प तलाशना होगा।
आने वाले सालों में फ्रेंचाइजी को एक बढ़िया टीम बनानी है, तो अनुभवी ऑलराउंडर खिलाड़ियों को टीम में शामिल करना होगा।