26 साल बाद भारत के लिए हैट्रिक
कुलदीप यादव टीम इंडिया के तीसरे ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने ODI क्रिकेट में हैट्रिक लेने का कारनामा किया है। भारत की ओर से सबसे पहला हैट्रिक चेतन शर्मा ने नागपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्वकप के एक मैच में लिया था। दूसरा और तीसरा हैट्रिक ईडन गार्डन्स पर लिया गया। कपिदेव ने साल 1991में कारनामा किया था और कुलदीप ने कल के मैच में इतिहास रच दिया। उन्होंने 26 साल बाद एक बाद फिर से भारत को हैट्रिक दिलाई है। कुलदीप ODI क्रिकेट इतिहास के 44वें ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने हैट्रिक लिया है।
पाक के जलालुद्दीन के बाद दूसरे चाइनामैन कुलदीप
कुलदीप एक चाइनामैन गेंदबाज (कलाई के स्पिनर) हैं और ODI क्रिकेट के इतिहास में अब तक महज दो रिस्ट स्पिनर गेंदबाजों ने हैट्रिक लिया है। ये दोनों हैट्रिक इसी साल बने हैं। श्रीलंका के वाणिदु हसरंगा ने जुलाई में गाले के मैदान में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ यह कारनामा किया था। एकदिवसीय क्रिकेट में पहला हैट्रिक पाकिस्तान के खिलाड़ी जलालुद्दीन ने 20 सितंबर 1982 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही लिया था और कुलदीप ने लेटेस्ट हैट्रिक 21 सितंबर 2017 को लिया है। जलाल ने अपने पूरे करियर में महज 6 टेस्ट और 8 ODI खेले। ODI क्रिकेट के पहले 45 साल (3898 मैच) में कोई भी कलाई का स्पिनर कारनामा पाया था। श्रीलंका के लसिथ मलिंगा एक मात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अब तक 4 हैट्रिक लिए हैं, उन्होंने हाल में ही बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 मैच में हैट्रिक लेकर सनसनी मचा दी थी।
अंडर-19 में हैट्रिक लेने वाले एकलौते कुलदीप
कुलदीप यादव ने इससे पहले अंडर-19 मुकाबले में भी हैट्रिक लिया है और वो ऐसा करने वाले एक मात्र खिलाड़ी हैं। उन्होंने यह कारनामा दुबई में खेले गए 2014 के विश्व कप के एक मुकाबले में स्कॉटलैंड के खिलाफ किया था। पाकिस्तान के आकिब जावेद ने सबसे कम उम्र (19 साल 81 दिन) में ODI में हैट्रिक विकेट लिया था। श्रीलंका के लसिथ मलिंगा ने गुयाना में चार गेंदों में चार विकेट (फोरट्रिक) लेकर साल 2007 में सनसनी मचा दी थी।
7 खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लिया हैट्रिक
कुलदीप समेत एकदिवसीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ 7 खिलाड़ियों ने हैट्रिक लेने का कारनामा किया है। सबसे पहला हैट्रिक 1982 में जलालुद्दीन, वसीम अकरम ने साल 1990 में, जेरोम टेलर ने 2006 में, शेन बॉन्ड ने 2007 में, मलिंगा ने 2011 में और स्टीवन फिन ने 2015 में यह कारनामा किया है।
तीन नहीं पांच भारतीय खिलाड़ियों ने लिया है हैट्रिक
क्रिकेट इतिहास में टीम इंडिया के तीन नहीं बल्कि पांच खिलाड़ियों ने हैट्रिक लेने का कारनामा किया है। चेतन शर्मा, कपिलदेव और कुलदीप के अलावा ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और तेज गेंदबाज इरफ़ान पठान ने भी हैट्रिक विकेट झटका है। हालांकि इन दो खिलाड़ियों ने टेस्ट में हैट्रिक लेने का कारनामा किया है। आंकड़ों को देखें तो ईडन गार्डन्स पर टीम इंडिया के तीन गेंदबाजों ने अब तक हैट्रिक लिया है। कपिलदेव, हरभजन और कुलदीप वो गेंदबाज हैं जिन्होंने अपनी सरजमीं पर यह अदभुत कमाल किया है।
इस साल तीन खिलाड़ियों ने लिया हैट्रिक
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस साल (2017) तीन खिलाड़ियों ने हैट्रिक लिया है, बांग्लादेश के तेज गेंदबाज तास्किन अहमद (28 मार्च) ने श्रीलंका के खिलाफ दांबुला में, श्रीलंका के वाणिदु हसरंगा (2 जुलाई) ने जुलाई में गाले के मैदान में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ और गुरूवार को कुलदीप ने (21 सितंबर) यह कारनामा किया है।
पिछले 7 साल में 5 बार 90s में फंसे कोहली
कोलकाता के ईडन गार्डन्स में क्रिकेट के 'महामानव' विराट एक बार फिर रंग में दिखे और 92 रनों की शानदार पारी खेली। वो शतक और ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिकी पोंटिंग (पंटर) का रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए। दोनों खिलाड़ी अभी संयुक्त रूप से 30 शतकों के साथ दूसरे सबसे अधिक शतक लगाने वाले खिलाड़ी हैं। विराट के चेहरे पर शतक से चूकने का मलाल दिख रहा था लेकि उनके नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड जुट गया। कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले एक साल में दो बार 90s में आउट हो चुके हैं। वो एक दो नहीं बल्कि कुल 5 बार 90s में आउट हो चुके हैं। पहली बार मीरपुर (2010) में बांग्लादेश के खिलाफ 91 रन पर, दूसरी बार (2011) किंग्सटन में विंडीज के खिलाफ 94 रन पर, तीसरी बार (2013) विशाखापत्तनम में 99 रन पर, चौथी बार (2016) ऑस्ट्रेलिया खिलाफ 91 रन पर और गुरूवार को खेले मैच में 92 पर आउट हुए।
45 साल और 3898 मैच में जो कोई नहीं कर पाया वो कुलदीप यादव ने कर दिखाया