भुवी ने दिया धोनी को श्रेय
अपने करियर की पहली फिफ्टी लगाने वाले भुवनेश्वर कुमार ने अपनी पारी का श्रेय महेंद्र सिंह धोनी को दिया है। भुवनेश्वर ने मैच के बाद कहा, "जब मैं बल्लेबाजी के लिए उतरा, तो धोनी ने मुझे टेस्ट क्रिकेट की तरह अपना स्वाभाविक खेल दिखाने को कहा। उन्होंने कहा कि दबाव नहीं लूं, क्योंकि काफी ओवर बाकी हैं।"
'हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं था'
भुवनेश्वर ने आगे कहा, "मुझे पता था कि उन हालात में खोने के लिए कुछ नहीं था, क्योंकि हमारे 7 विकेट पहले ही गिर चुके थे। मैं सोच रहा था कि जितना हो सके, एमएस की मदद करूं। मैने वही कोशिश भी की।"
अकिला धनंजया ने बरपाया कहर
आपको बता दें कि श्रीलंका के ऑफ स्पिनर अकिला धनंजया ने मात्र 54 रन देकर 6 भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया था। धनंजया की घातक गेंदबाजी के चलते भारतीय टीम ने 22 रनों के अंतराल पर 7 विकेट गंवा दिए थे। उसके बाद धोनी और भुवी ने सधी हुई पारी खेली और भारत को मैच जितवाया। धोनी ने 68 गंदों में 45 रनो की नाबाद पारी खेली जबकि भुनेश्वर कुमार ने 80 गेंदों में 53 रनों की पारी खेली।
'ड्रेसिंग रूम या धोनी की ओर से कोई संदेश नहीं था'
भुवनेश्वर कुमार ने कहा- 'यह हैरानी की बात थी क्योंकि शुरुआती साझेदारी बहुत अच्छी हुई थी। इसके बाद 3-4 विकेट गिर गए, तो हम दबाव में आ गए। हालांकि ड्रेसिंग रूम या धोनी की ओर से कोई संदेश नहीं था। उन्होंने (धोनी) सिर्फ यही कहा कि जितनी देर हो सके, क्रीज पर डटा रहूं।"
'हमारे पास काफी ओवर थे, इसलिए आराम से खेले'
भुवी ने कहा कि "हमारे पास ओवर काफी थे इसलिए हमें आराम से खेलना था। और मैंने वही किया।" आपको बता दें कि श्रीलंका के अकिला धनंजया को मैन ऑफ द मैच चुना गया। लेकिन भारत ने मैच जीतकर सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली।