नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टी20 मुकाबला रांची में खेला गया। जहां भारत ने ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ लुईस नियम के हिसाब से 9 विकेट से हरा दिया। पहले वनडे में 4-1 से ऑस्ट्रेलिया को रौंदने के विराट कोहली की अगुआई वाली भारतीय टीम ने टी20 सीरीज में भी कमाल की शुरुआत की है। लेकिन अपनी हार से दुखी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने खुद के प्रदर्शन के बजाय आईसीसी के नए नियमों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गौरतलब है कि आईसीसी ने 28 सितंबर से नए नियम लागू कर दिए हैं। लेकिन नए नियम 28 सितंबर के बाद से शुरू होने वाली सीरीज में लागू होंगे। हालांकि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी20 सीरीज में कुछ नए नियमों को लागू किया गया था तो कुछ को लागू नहीं किया गया जिसके कारण दोनों टीमों के खिलाड़ी भ्रम की स्थिति में हैं। दरअसल ऑस्ट्रेलिया का भारत के खिलाफ सीमित ओवर सीरीज का दौरा 17 सितंबर से शुरू हुआ था। दोनों टीमों का प्री-सीरीज एग्रीमेंट कहता है कि मैच पुराने नियमों के मुताबिक खेले जाएंगे।
ऑस्ट्रेलियाई ओपनर एरॉन फिंच के मुताबिक नए डीआरएस नियम को इस मैच में लागू किया गया लेकिन कम ओवर किए जाने के बाद जो गेंदबाजों को लेकर नए नियम हैं वे लागू नहीं किए गए। आपको बता दें कि बारिश से प्रभावित मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया से डकवर्थ लुइस नियम के मुताबिक 6 ओवरों में 48 रनों का लक्ष्य मिला था।
नई प्लेइंग परिस्थितियों के मुताबिक, अगर किसी टी20 मैच में एक पारी 10 ओवर से कम कर दी जाती है, तो किसी भी गेंदबाज का कोटा 2 ओवर से कम का नहीं होगा। लेकिन इस टी20 मैच में ऐसा नहीं था। केवल एक गेंबाज ही दो ओवर करा सकता था जबकि 4 एक-एक ओवर का सकते थे।
फिंच ने मैच के बाद कहा, "पांचवें ओवर तक तो मुझे पता भी नहीं था कि इस मैच में रिव्यू सिस्टम भी है। इसलिए किसी ने रिव्यू नहीं लिया। स्टीवन स्मिथ जब ड्रिंक के लिए आए, उन्होंने ये बात बताई। तब हमने अंपायर से पूछा। लेकिन इस सीरीज में इस तरह से नियमों को लागू करना अजीब है। गेम छोटा होने के कारण तीन गेंदबाजों को 2-2 ओवर फेंकने के लिए इजाजत होनी चाहिए थी। साथ ही इस मैच के लिए नए डीआरएस के नियम भी लागू थे। इस तरह से नियमों का मिश्रण इस मैच में लागू करना अजीब था।"