ऑकलैंड। इस हफ्ते क्रिकेट का चेहरा बदलने वाला है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के मेंबर्स एक मीटिंग में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप टूर्नामेंट को लेकर अहम फैसला लेने वाले हैं। ICC न्यूजीलैंड में एक मीटिंग का आयोजन करने जा रही है, जहां वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप टूर्नामेंट के बार में चर्चा होगी। सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के मुताबिक, पांच दिनों तक चलने वाले टेस्ट मैचों को भी वन-डे और टी-20 की तरह रोमांचक बनाने के लिए ICC ने अपने मेंबर्स की मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में टेस्ट के साथ-साथ वन-डे फॉर्मेट में भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, 9 देशों के टेस्ट चैंपियनशिप प्लान को आगे बढ़ाने के लिए ICC ने इस पर मीटिंग करने का निर्णय शुक्रवार को ही ले लिया था। ऐसा कहा जा रहा है कि इस प्रतियोगिता का पहला संस्करण 2019 में शुरू हो सकता है, जो हर दो साल में आयोजन किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी जेम्स सदरलैंड ने कहा कि इस लीग प्रतियोगिता में टेस्ट सीरीज को व्यापक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने की कोशिश की जाएगी। इस प्रस्ताव के तहत, टेस्ट खेलने वाले देश अपने घर में तीन टेस्ट सीरीज और चैंपियनशिप के दो वर्षों में तीन से ज्यादा खेलेंगे। वहीं, वन-डे में हर साल घर में और बाहर दो सीरीज खेलनी होगी।
टेस्ट के इस नए फॉर्मेट में प्रत्येक सीरीज के लिए 100 पॉइंट दिए जाएंगे, जिसमें से सीरीज पर कब्जा करने वाली टीम को 60 पॉइंट मिलेगं। वहीं, ड्रॉ होने पर दोनों टीमों को बराबर बांट दिए जाएंगे। बाकि के 40 पॉइंट दोनों टीमों के प्रत्येक मैच के प्रदर्शन को देखकर बांट दिया जाएगा।
ICC ने चार दिन के टेस्ट पर भी विचार किया है, लेकिन कई दिग्गज परंपरावादी क्रिकेटर्स ने इसका विरोध किया है। हालांकि, कुछ टाइम से टेस्ट मैचों में बदलाव देखने को मिला है। ICC डे-नाइट और गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच का आयोजन करा चुकी है। पहला डे-नाइट टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच 2015 में खेला गया था।