'क्या दिल्ली कैपिटल्स की जीत से ज्यादा जरूरी था अपना ईगो', पूर्व भारतीय क्रिकेटर्स ने लगाई ऋषभ पंत की क्लास
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन के 64वें मैच में दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने करो या मरो के मैच में पंजाब किंग्स को 17 रनों से हराकर सीजन में पहली बार लगातार दो मैचों में जीत हासिल की और प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी दावेदारी को मजबूत कर लिया। दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने भले ही इस मैच में जीत हासिल की लेकिन कप्तान ऋषभ पंत ने जिस अंदाज से बल्लेबाजी की उसने भारतीय क्रिकेट टीम के कई पूर्व खिलाड़ियों को हैरान कर दिया। इतना ही नहीं भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह और स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने उनके खेलने के अंदाज की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि वह ऐसे कभी भी मैच विनर नहीं बन सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि इस मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने डेविड वॉर्नर का विकेट जल्दी गंवा दिया था, हालांकि सरफराज खान और मिचेल मार्श के दम पर टीम ने वापसी करते हुए लय को अपनी ओर कर लिया था। इसके बाद कप्तान ऋषभ पंत टीम के लिये उस नाजुक वक्त पर बल्लेबाजी करने आये जब मैच ने पंजाब की तरफ करवट लेना शुरू किया था।

4 गेंदों में 4 छक्के लगाकर नहीं बन सकते मैच विनर
ऋषभ पंत ने लियाम लिविंगस्टोन के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए दूसरी ही गेंद पर छक्का लगाया और अगली गेंद पर एक बार फिर से अपना संयम खोते हुए बड़ा शॉट लगाने के लिये गये, लेकिन वो शॉट मिस कर गये और एक आसान सी स्टंपिंग का शिकार हो गये। पंत के इस बेपरवाह बल्लेबाजी को देखकर पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने कहा कि उन्होंने एक बेहतरीन मौका खो दिया जिसमें वो खुद को एक मैच विनर के तौर पर स्थापित कर सकते थे।
क्रिकबज से बात करते हुए उन्होंने कहा,'वह एक जाने माने बल्लेबाज हैं और वो भारतीय टीम के कप्तान के विकल्प के रूप में देखे जाते हैं और ऐसे खिलाड़ियों में शुमार हैं जो भारतीय टीम के लिये लंबे समय तक मैच विनर बन सकते हैं। लेकिन इस पारी को देखकर यह कहना बनता है कि कौन मैच विनर कैसा मैच विनर, आप 4 गेंदों में 4 छक्के लगाकर मैच विनर नहीं बन सकते हैं, उसके लिये आपको रुकना होता है पारी बनानी होती है और जिम्मेदारी लेनी होती है, तो पंत ने एक सुनहरा मौका खो दिया। लिविंगस्टोन को गेंदबाजी पर इसी लिये लाया गया था ताकि पंत का विकेट ले सकें। पंजाब को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता अगर उन्हें उस ओवर में 6 छक्के भी पड़ जाते।'

लिविंगस्टोन के जाल में फंसे पंत
उल्लेखनीय है कि पंत 11वें ओवर में ललित यादव के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आये थे जहां पर उन्होंने पहले लिविंगस्टोन की गेंद पर एक रन लेकर छोर बदला। हालांकि जब वो दोबारा छोर पर आये तो उन्होंने अपना ट्रेडमार्क शॉट एक हाथ छोड़ते हुए छक्का लगा दिया। इसे देखते हुए लिविंगस्टोन ने उनके दिमाग से खेलने की कोशिश करते हुए अगली गेंद फेंकने से पहले बीच में रुक गये। उनकी इस हरकत ने पंत के दिमाग को प्रभावित किया और वो उनकी अगली गेंद पर बड़ा शॉट मारने के चक्कर में आगे निकल गये और स्टंपिंग का शिकार बन गये।

पंत के ईगो से खेल गये लिविंगस्टोन
ऋषभ पंत के इस अंदाज को देखकर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि ऋषभ पंत के लिये शांत रहकर पारी बनाने से ज्यादा उनका ईगो शांत करना ज्यादा जरूरी था।
उन्होंने कहा,'आपके लिये अपनी टीम को मैच जिताने से ज्यादा अपना ईगो शांत करना था? पंजाब के लिये मैच का मोमेंटम पहले ही शिफ्ट होना शुरू हो गया था। आप ललित यादव को दोष नहीं दे सकते हैं क्योंकि वो युवा खिलाड़ी हैं लेकिन पंत को जिम्मेदारी लेनी चाहिये थी। लिविंगस्टोन ने आपके लिये जाल बिछाया और आप सीधे जाकर उसमें फंस गये। वो कोई जाने माने गेंदबाज नहीं हैं, वो बस आपके गुस्से से खेल रहे थे और उन्होंने पंत के ईगो का अच्छे से इस्तेमाल कर उन्हें वापस पवेलियन भेजा।'

कप्तान के रूप में पंत को लेनी चाहिये थी जिम्मेदारी
गौरतलब है कि ऋषभ पंत के लिये आईपीएल 2022 का सीजन कुछ खास नहीं रहा है, जहां पर उन्हें कई मौकों पर शुरुआत तो मिली है लेकिन वो अपनी लय को बरकरार रख बड़ी पारी में तब्दील कर पाने में नाकाम रहे हैं। हालांकि दिल्ली के गेंदबाजों ने पंजाब के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और अपनी टीम को 17 रन से जीत दिलाकर प्लेऑफ की उम्मीदों को जिंदा रखा है।
आरपी सिंह ने आगे बात करते हुए कहा,'एक कप्तान होने के नाते पंत को बेशक जिम्मेदारी लेनी चाहिये थी। दर्शक ऐसी छोटी तकरार का आनंद लेते हैं लेकिन अगर इसके चलते दिल्ली को हार मिल जाती तो क्या होता। वो पहले ही एक छक्का लगा चुके थे तो अगली गेंद पर उसके लिये जाना जरूरी नहीं था। पंत ने आईपीएल 2022 में कोई मैच विनिंग पारी नहीं खेली थी और यह उनके लिये सबसे बेहतरीन मौका था। यह बहुत ही मुश्किल समय था और एक कप्तान के रूप में आपसे मुश्किल परिस्थितियों में काफी उम्मीदें होती हैं।'