नई दिल्ली। लोढ़ा समिति और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की तनातनी के बीच सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस तीरथ सिंह ठाकुर ने कहा कि 'मैं भी सुप्रीम कोर्ट की क्रिकेट टीम का कैप्टन हूं।'
न्यायधीश टीएस ठाकुर की ने यह टिप्पणी मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर पर की जब बीसीसीआई ने उनका बचाव किया।
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बृहस्पतिवार (6 अक्टूबर) को सुनवाई के दौरान ठाकुर ने पूछा कि बीसीसीआई में कितने पदाधिकारी है? इस पर बीसीसीआई के वकील कपिल सिब्बल की ओर से जवाब मिला पांच।
फिर ठाकुर ने पूछा कि इनमें क्या सभी क्रिकेट के एक्सपर्ट हैं या फिर नेता भी है? इस पर सिब्बल ने कहा कि अध्यक्ष ने राज्य ( हिमाचल प्रदेश ) के लिए रणजी ट्रॉफी खेला है और वो सांसद भी हैं।
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इस पर कोर्ट मित्र गोपाल सुब्रमण्यम ने कहा कि हम सभी ने क्रिकेट खेला है। जिसके बाद सिब्बल ने कहा कि वो (अनुराग) गंभीर खिलाड़ी थे।
इसके बाद ठाकुर ने कहा कि इसका अर्थ यह है कि जो भी फैसले लिए गए वो बतौर क्रिकेट एक्सपर्ट नहीं बल्कि निर्वाचित सदस्य के तौर पर लिए गए हैं।
इसके बाद ठाकुर ने चुटीले अंदाज में कहा कि यहां सब क्रिकेटर हैं। यहां तक कि मैं भी सुप्रीम कोर्ट की टीम का कप्तान हूं।
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बता दें कि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों में कहा गया है कि उन क्रिकेटरों को चयन समिति का सदस्य बनाया जाए जिन्हें ज्यादा खेलने का अनुभव है।
इसके बाद बेंच ने ने बीसीसीआई से पूछा कि वो लोढा कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के लिए तैयार हैं अथवा नहीं। कहा गया कि यदि बीसीसीआई सिफारिशों को लागू नहीं करेगा तो सुप्रीम कोर्ट आदेश जारी करता है।