नई दिल्ली। रविवार को ओवल में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में टीम इंडिया को पाकिस्तान के हाथों 180 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा। वैसे तो इस मैच में टीम इंडिया के लिए कुछ भी अच्छा नहीं रहा लेकिन ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी से सबका दिल जीत लिया। पांड्या ने जिस तरह की बैटिंग की उसने एक पल के लिए फैंस में जीत की उम्मीद जगा दी थी।
हार्दिक पांड्या ने 6 छक्कों और 4 चौकों की मदद से महज 43 गेंदों में 76 रनों का स्कोर खड़ा किया। इसी के साथ आईसीसी वनडे टूर्नामेंट के फाइनल में सबसे तेज अर्धशतक जमाने का रिकॉर्ड पांड्या ने अपने नाम कर लिया। इसे पहले यह रिकॉर्ड एडम गिलक्रिस्ट के नाम था। साल 1999 के वर्ल्ड कप में गिलक्रिस्ट ने 33 गेंद पर अर्धशतक जमाया था। पांड्या ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की धुनाई करते हुए मात्र 32 गेंदों में 4 छक्कों और 3 चौकों की मदद से फिफ्टी पूरी की।
एक रन चुराने के चक्कर में हो गए रन आउट
27वें ओवर में हसन अली गेंदबाजी करने आए, क्रीज पर जडेजा थे। और इस दौरान एक रन चुराने में हार्दिक पांड्या आउट हो गए। लेकिन उन्होंने मायूसी के दौर में जिस तरह का खेल दिखाया उसके बाद आउट होने के बाद जब पवेलियन लौटे तो स्टेडियम में एक हीरो की तरह उनका वेलकम हुआ।