फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले को कोहली ने बेच दी अपनी 3 करोड़ की ऑडी
फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले को विराट कोहली ने बेच दी अपनी तीन करोड़ रुपए की ऑडी, आरोपी ने अपनी गर्लफ्रैंड को यह कार तोहफे में दी
मुंबई। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपनी तीन करोड़ रुपए की ऑडी आर-8 एक फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले मालिक को बेच दी है। जी हां थाणे पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि विराट कोहली की कार को सागर ठक्कर नाम के सख्स ने अपनी गर्ल फ्रैंड के लिए खरीदा था जो कि एक फ्रॉड है।
थाणे पुलिस उस सागर ठक्कर नाम के व्यक्ति की तलाश कर रही है जिसने विराट कोहली की कार को खरीदा है। डीसीपी पराग मानरे ने बताया कि हमने कार को अहमदाबाद में सीज कर दिया है और हम आरोपी की तलाश कर रहे हैं।
मिलिए
विराट
कोहली
के
हमशक्ल
से...नाम
है...अमित
मिश्रा
कोहली
नहीं
जानते
थे
विशाल
को
मानरे
ने
कहा
कि
विराट
कोहली
ठक्कर
की
पृष्ठभूमि
के
बारे
में
नहीं
जानते
थे,
ऐसे
में
उनका
इस
मामले
से
कोई
लेना
देना
नहीं
है।
पुलिस
के
एक
अन्य
अधिकारी
ने
बताया
कि
कार
को
खरीदने
के
बाद
ठक्कर
ने
इसे
अपनी
गर्ल
फ्रैंड
को
तोहफे
में
दे
दिया।
कौन
है
विशाल
ठक्कर
जानकारी
के
मुताबिक
ठक्कर
कथित
रुप
से
दुबई
में
अपनी
बहन
रीमा
के
साथ
रहता
है,
जोकि
फर्जी
कॉल
सेंटर
चलाने
की
संदिग्ध
है।
पुलिस
को
शक
है
कि
ठक्कर
के
कुछ
रिश्तेदार
वहां
रहते
हैं।
पुलिस
कोशिश
कर
रही
है
कि
ठक्कर
को
वापस
भारत
लाया
जाए।
कोहली
ने
क्यों
कहा...
छक्का
60
मीटर
का
हो
या
90
मीटर
का,
रन
6
ही
मिलते
हैं?
विशाल
ठक्कर
का
जन्म
मुंबई
के
बोरीवली
में
मध्यमवर्गीय
परिवार
में
हुआ
था।
जिसके
बाद
वह
अहमदाबाद
चला
गया
और
वहां
उसने
कुछ
व्यापार
के
गुर
सीखे
कि
कैसे
फर्जी
कॉल
सेंटर
चलाया
जाए।
पुलिस
ने
किया
कॉल
सेंटर
का
भांडाफोड़
अहमदाबाद
से
फर्जी
कॉल
सेंटर
चलाने
की
जानकारी
हासिल
करने
के
बाद
वह
वापस
मुंबई
आया
और
उसने
मीरा
रोड
पर
अपना
कॉल
सेंटर
खोला।
लेकिन
इस
फर्जी
कॉल
सेंटर
के
रैकेट
का
भांडाफोड़
पुलिस
ने
5
अक्टूबर
को
किया।
जहां
12
कॉल
सेंटर
चल
रहे
थे।
अमेरिकी
लोगों
को
धमकाने
का
करते
थे
काम
इन
कॉल
सेंटर
में
काम
कर
रहे
कर्मचारी
अमेरिकी
लोगों
को
फोन
करके
कहते
थे
खि
वह
इंटरनल
रेवेन्यू
सर्विस
के
हैं।
जिसके
बाद
वह
लोगों
को
धमकी
देते
थे
कि
वह
अपने
कर
के
मामलों
का
जल्द
निपटारा
करें,
इसके
लिए
वह
इन
लोगों
को
त्वरित
भुगतान
करने
को
कहते
थे।
अमदाबाद
है
फर्जी
कॉल
सेंटर
का
गढ़
पुलिस
को
शक
है
कि
इस
तरह
के
फर्जी
कॉल
सेंटर
का
हब
अहमदाबाद
में
चल
रहा
है,
जहां
से
सफलतापूर्वक
इस
तरह
के
कॉल
सेंटर
चलाए
जाते
हैं।
शुक्रवार
को
यूएस
जस्टिस
डिपार्टमेंट
ने
61
लोगों
को
इस
फर्जीवाड़े
के
चलते
गिरफ्तार
किया
है
जिसमें
अमेरिकी
नागरिक
भी
शामिल
हैं।