
लक्ष्य सेन ने वायदा निभाया, पीएम को भेंट की अल्मोड़ा की 'बाल मिठाई', बहुत मिठास भरी रही ये मुलाकात
नई दिल्ली, 22 मई: भारतीय टीम ने 1949 में अपनी स्थापना के बाद से पहली बार थॉमस कप का ताज जीतकर 15 मई को इतिहास रच दिया। फाइनल में जीत हासिल करने के तुरंत बाद, पीएम मोदी ने खिलाड़ियों के साथ टेलीफोन पर बातचीत की, जहां उन्होंने भारतीय शटलर लक्ष्य सेन से अल्मोड़ा की 'बाल मिठाई' के लिए अनुरोध किया था।

अब जब खिलाड़ियों के स्वदेश लौटने के बाद पीएम ने सीधे आमने-सामने आकर उनसे मुलाकात की है तब लक्ष्य ने ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अल्मोड़ा की 'बाल मिठाई' भेंट की।
रविवार को पीएम मोदी ने थॉमस और उबर कप के भारतीय दल के साथ बातचीत की, जहां लक्ष्य ने अपना वादा पूरा किया।
पीएम मोदी ने कहा, "सबसे पहले मैं लक्ष्य को मेरे लिए अल्मोड़ा की 'बाल मिठाई' लाने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मेरे छोटे से अनुरोध को याद किया और इसे पूरा किया।"
इसका जवाब देते हुए लक्ष्य ने कहा, "जब मैंने यूथ ओलंपिक में पदक जीता था, तब मैं आपसे पहली बार मिला था और आज दूसरा मौका है जो मुझे आपसे मिलने का मिला है। जब भी हमें आपसे मिलने का मौका मिलता है, यह हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाता है और हम बहुत प्रेरित महसूस करते हैं। हमारे फोन पर पहले ही बात करने के बाद भी, यह वास्तव में हम सभी के लिए बहुत अच्छा एहसास है। मैं और अधिक टूर्नामेंट जीतने, आपसे मिलने और आपके लिए 'बाल मिठाई' लाने की उम्मीद कर रहा हूं।"
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पीएम मोदी ने आगे लक्ष्य को सलाह दी कि वह अपने इस कोमल स्वभाव को बनाए रखें और आगे बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते रहें।
बाद में मीडिया से बातचीत में लक्ष्य ने कहा, ''वह (पीएम) छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देते हैं। वह जानते थे कि अल्मोड़ा की 'बाल मिठाई' बहुत मशहूर है, इसलिए उन्होंने मुझसे इसे लेने के लिए कहा था। मेरे दादा और पिता भी खेलते थे। ये भी उनके याद है। ये छोटी-छोटी बातें बहुत महत्वपूर्ण हैं। इतना बड़ा आदमी तुमसे ये बातें कह रहा है, इसलिए उनसे बात करना बहुत अच्छा लगता है।"
लक्ष्य ने पहले मैच में टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता एंथनी गिंटिंग को हराकर फाइनल में भारत को मजबूत शुरुआत दिलाई।
इससे पहले कोई भी भारतीय टीम अपने 70 से अधिक वर्षों के इतिहास में थॉमस और उबेर कप के फाइनल में नहीं पहुंची है। भारतीय पुरुष 1952, 1955 और 1979 में थॉमस कप के सेमीफाइनल में पहुंचे, जबकि महिला टीम ने 2014 और 2016 में उबर कप के टॉप चार में जगह बनाई।