अखिलेश यादव नहीं है सपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार
लखनऊ। मुलायम सिंह यादव ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर तमाम सवालों का जवाब देते हुए जो बड़ी बात कही है कि यूपी में सपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार का फैसला चुनाव के नतीजे आने के बाद लिया जाएगा।
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विधायक मंडल लेगा मुख्यमंत्री का फैसला
मुलायम सिंह यादव ने उस पारिवारिक विवाद पर मुहर लगा दी है जो पिछले काफी दिनों से मीडिया में चर्चा का विषय थी। मुलायम सिंह ने कहा कि जब चुनाव होगा तब विधायक मंडल इस बात का फैसला लेगी।
यूपी के रोड शो में भाजपा को मिलेगा मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार
We never had any division in our family, neither will have in future: SP chief Mulayam Singh Yadav pic.twitter.com/BaUimwFgX9
— ANI UP (@ANINewsUP) October 14, 2016
हमें
जनता
पर
पूरा
भरोसा
है
मुलायम
ने
कहा
कि
ये
आपका
(मीडिया)
का
काम
नहीं
है,
यह
आप
हमपर
छोड़िए,
जब
बहुमत
आएगा
तब
हम
इसपर
फैसला
लेंगे।
उन्होंने
कहा
कि
हमें
जनता
पर
पूरा
भरोसा
है
कि
हमें
पूर्ण
बहुमत
मिलेगा।
चाचा-भतीजे
में
कोई
विवाद
नहीं
मुख्यमंत्री
पद
को
लेकर
विवाद
पर
भी
मुलायम
ने
कहा
कि
इसपर
भी
पार्टी
के
भीतर
कोई
विवाद
नहीं
है।
उन्होंने
कहा
कि
मुख्यमंत्री
पद
को
लेकर
कभी
भी
कोई
विवाद
नहीं
हुआ
है।
चाचा-भतीजे
के
विवाद
पर
मुलायम
सिंह
ने
कहा
कि
आज
सुबह
ही
शिवपाल
अखिलेश
यादव
से
मिलकर
आए
है।
गायत्री
प्रजापति
को
सौंपी
गई
सम्मेलन
की
कमान
मुलायम
सिंह
यादव
ने
प्रेस
कांफ्रेंस
की
शुरुआत
यह
कहते
हुई
की
कि
5
नवंबर
को
पार्टी
का
सम्मेलन
होगा
और
इसका
संयोजक
गायत्री
प्रजापति
को
बनाया
गया
है।
यहां
दिलचस्प
बात
यह
है
कि
कार्यक्रम
के
संयोजक
की
घोषणा
करने
के
लिए
बगल
में
बैठे
शिवपाल
यादव
ने
मुलायम
सिंह
से
कहा
था।
शिवपाल
और
गायत्री
प्रजापति
को
मिला
मुलायम
सिंह
का
संरक्षण
शिवपाल के कहने के बाद मुलायम सिंह ने कहा कि गायत्री ही सम्मेलन का संयोजक है, यह कहने के बाद उन्होंने कहा कि गायत्री खड़े हो जाओ। गायत्री प्रजापति को कार्यक्रम का संयोजक बनाकर मुलायम सिंह यादव ने साफ कर दिया है कि गायत्री प्रजापति को उनका संरक्षण प्राप्त है।