सोनभद्र नरसंहार: मृतक आदिवासियों के परिजनों से मिलने जाएंगी प्रियंका गांधी
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सोनभद्र। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शुक्रवार को सोनभद्र जिले में हुए नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने जाएंगी। 17 जुलाई (बुधवार) को जमीनी विवाद को लेकर हुए नरसंहार में 10 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान यज्ञदत्त भोर्तिया समेत अभी तक 27 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्यारोपितों के पास से पांच लाइसेंसी बंदूकें बरामद हुई हैं, साथ ही छह ट्रैक्टर भी कब्जे में लिए गए हैं। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें रवाना कर दी गई हैं। पुलिस की मानें तो इस नरसंहार में 28 को नामजद और 50 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
घायलों
से
मिलने
पहुंचा
कांग्रेस
का
प्रतिनिधि
मंडल
कांग्रेस
विधानमंडल
दल
के
नेता
अजय
कुमार
लल्लू
के
नेतृत्व
में
प्रतिनिधिमंडल
ने
जिला
अस्पताल
और
घोरावल
थानांतर्गत
मूर्तियां
गांव
पहुंचकर
पीड़ित
परिवारों
से
मुलाकात
की।
इस
दौरान
उन्होंने
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
का
इस्तीफा
मांगा।
उन्होंने
कहा
कि
जमीन
विवाद
कह
कर
भाजपा
सरकार
और
प्रशासन
पीड़ितों
के
जले
पर
नमक
छिड़क
रहे
हैं।
यह
जमीनी
विवाद
नहीं,
बल्कि
सामूहिक
नरसंहार
है।
उन्होंने
पूरे
मामले
की
जांच
रिटायर्ड
जज
या
सीबीआई
से
कराने
की
भी
मांग
की
है।
अजय
कुमार
लल्लू
ने
परिजनों
को
50
लाख
रुपये
और
आदिवासियों
को
जमीन
का
पट्टा
देने
की
मांग
भी
की
है।
क्या
है
मामला
17
जुलाई
को
सोनभद्र
के
घोरावल
थाना
क्षेत्र
के
मूर्तिया
गांव
में
जमीन
कब्जाने
को
लेकर
फायरिंग
हुई
थी।
बताया
जा
रहा
है
कि
जिस
100
एकड़
जमीन
के
लिए
ये
खूनी
तांडव
हुआ,
उसे
ग्राम
प्रधान
यज्ञ
दत्त
ने
एक
आईएएस
अधिकारी
से
खरीदी
थी,
लेकिन
गांव
वाले
इस
जमीन
पर
कब्जा
छोड़ने
को
तैयार
नहीं
थे।
उनका
कहना
था
कि
वो
लंबे
समय
से
इस
पर
काम
कर
रहे
हैं।
आरोप
है
कि
बुधवार
दोपहर
को
ग्राम
प्रधान
यज्ञ
दत्त
के
लोग
15
से
20
ट्रैक्टर
में
भरकर
आए
और
उन्होंने
गांव
वालों
पर
हमला
कर
दिया।
उनपर
बंदूक
तान
दी
और
ताबड़तोड़
गोलियों
से
भून
डाला।
इस
खूनी
संघर्ष
में
10
लोगों
की
जान
चली
गई
और
कई
लोग
घायल
हो
गए
थे।