लॉकडाउन में पकड़े गए ट्रक के अंदर देख हिल गई पुलिस, बिहार के मजदूरों का दिल दहलाने वाला हाल
सोनभद्र। रविवार को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में लॉकडाउन के दौरान गरीब मजदूरों के ठसाठस भरे ट्रक को यूपी पुलिस ने रोका तो अंदर का दृश्य हिला देने वाला था। ट्रक में तिल रखने की जगह नहीं थी। भुखमरी के कगार पर गए गरीब मजदूरों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का कोई मतलब नहीं रहा। वे किसी तरह घर पहुंचना चाहते थे इसलिए ट्रक में भरकर बिहार अपने गांव लौट रहे थे कि रास्ते में यूपी पुलिस ने उनको पकड़ लिया और उनको विंढमगंज के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है।
17 अप्रैल को निकले थे ट्रक में भरकर मजदूर
ट्रक से जब मजदूरों को एक-एक उतारा गया तो कुल 94 मजदूर अंदर भरे थे। ट्रक में हिलने तक की जगह नहीं थी। मजदूरों के पास खाने के लिए सिर्फ बिस्कुट था। बिस्कुट पानी खाते-पीते हुए वे फरीदाबाद से चले। पुलिस की नजर से बचने के लिए ट्रक के ऊपर उसी तरह तिरपाल को बांधा गया था जिससे लगे कि उसमें माल लदा हो। सभी मजदूर फरीदाबाद में मजदूरी करते थे और घर जाने के लिए 17 अप्रैल की रात को ही वे ट्रक में बैठकर निकले थे। उनका कहना था कि हमें किसी भी तरह अपने घर पहुंचना था। रास्ते में वे कई जिलों की सीमा पार करते हुए पुलिस की नजर से बच गए। पेशाब या शौच के लिए रास्ते में किसी सुनसान जगह पर ट्रक को रोका जाता। इसी तरह से ट्रक दो दिनों तक चलता रहा।
यूपी-हरियाणा सीमा पर पकड़े गए
उत्तर प्रदेश और झारखंड की सीमा पर पुलिस चेकिंग में ट्रक को पकड़ लिया गया। दुद्धी सीमा पर पुलिस ने जब ट्रक को रोका तो अंदर का दृश्य दिल दहलाने वाला था। विंढमगंज थाना प्रभाी प्रदीप कुमार सिंह ने इस बारे में बताया है कि सभी 94 मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। ये सभी झारखंड सीमा को पार करने के बाद बिहार जाते। इस ट्रक में वैशाली जिले के आठ, बांका जिले के 60, मुंगेर जिले के 24 और जमुई जिले के 2 लोग थे। इन सभी को विंढमगंज भारतीय इंटरमीडिएट कॉलेज स्थित क्वारंटाइन सेंटर पहुंचाया गया जहां इनकी जांच की जा रही है।
लखनऊ सीमा पर भी पकड़े गए थे मजदूर
पिछले सप्ताह लखनऊ के गंगागंज सीमा पर गोंसाईगंज पुलिस ने एक ट्रक को पकड़ा था जिसमें 109 मजदूर भरे हुए थे। ये सभी अलीगढ़ के कोल्ड स्टोरेज में ये सभी मजदूरी कर रहे थे। मालिक ने मजदूरों को जल्दी से जल्दी जगह छोड़कर जाने को कहा था। इसके बाद मजदूरों के सामने भुखमरी की समस्या हो गई। जब इन्होंने कोल्ड स्टोरेज मालिक से बिहार पहुंचाने की बात की तो उन्होंने हर मजदूर से 1500 रुपए वसूले। इस मामले में कोल्ड स्टोरेज मालिक इटावा निवासी बबलू खान और गुड्डू के खिलाफ कार्रवाई की गई।
दो Lockdown के बीच सैकड़ों किलोमीटर के फासले पर यूं फंसा एक मजदूर परिवार