पैसे कमाने के चक्कर में सऊदी अरब गए तीन लड़कों ने पीएम मोदी से लगाई है बचाने की गुहार
सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में कबूतर बाज़ी का एक सनसनीखेज़ मामला सामने आया है। आरोप है कि सीतापुर के 3 लड़कों को सऊदी अरब में माफिया ठेकेदारों ने कैद कर लिया है। आरोप है कि वहां उनके साथ जानवरों से भी बत्तर बर्ताव किया जा रहा है। उनको कई - कई दिनों तक भूखा प्यासा रख कर उनके साथ मारपीट की जा रही है। उनसे जबरन वो काम करवाये जा रहे जो वो नहीं जानते। यही वजह है की अब वो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खुद को भारत वापस लाने के लिए मदद मांग रहे है।
साढ़े चार लाख रुपये लेकर भेजा सऊदी अरब
सीतापुर तहसील से 65 किलोमीटर दूर तंबौर कस्बे के लौकी गांव के रहने वाले रफी अहमद, ताजुद्दीन और मुस्तफा तीनों लड़के काम की तलाश में थे। सभी के ख्वाब बड़ा बनने के थे, जिसके लिए वो बाहर जाना चाहते थे। तभी उनको सीतापुर में अफ़ज़ाल नाम का एक दलाल मिला जो सीतापुर में मन्नी चौराहे पर अल मदीना टूर्स के नाम से कंपनी चलता है। आरोप है की दलाल अफ़ज़ाल ने तीनों लड़को से 4 लाख 50 हज़ार रुपये लिए। यानी सभी तीनों लड़कों से डेढ़-डेढ़ लाख रुपया लिया गया।
लड़कों ने बताया वहां दी जाने वाली प्रताड़ना के बारे में
इसके बाद अब सभी लड़कों के सऊदी अरब जाने की तैयारी शुरू कर दी गई। अफ़ज़ाल नाम के दलाल ने लखनऊ से सभी का साउदी अरब का वीज़ा बनवा लिया। 12 जुलाई 2019 को सभी लड़कों को अफ़ज़ाल ने फ्लाइट के ज़रिए सऊदी अरब पहुंचा दिया।
सभी लड़कों को ये कह कर सऊदी अरब पहुंचाया गया की उनकी तनख्वाह अच्छी खासी होगी और उनको बेहतर काम मिलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नही। पीड़ित परिवार और सऊदी अरब में फंसे लड़कों का कहना है कि उनके साथ जानवरों जैसा व्यहार किया जा रहा है। उनको भूखा प्यासा रख कर उनसे काम लिया जा रहा है। इतना ही नही उनके साथ मारपीट भी की जा रही है। उनकी आज़ादी पूरी तरह से छीन ली गयी है।
वीडियो बनाकर घर वालों को भेजा
सऊदी अरब में फंसे तीनो लड़कों ने अपने वीडियो घर वालों को भेजे हैं, जिसमे वो रो रहे है। उनकी ज़ुबान कांप रही है और अब वो देश के प्रधानमंत्री से अपने वतन आने की बात कह रहे है।पीड़ित लड़के और उनका परिवार अल मदीना टूर्स के दलाल अफ़ज़ाल पर गंभीर आरोप लगा रहे है। उनका कहना है अफ़ज़ाल अब हमें और उन तीनों लड़कों को पहचानने से इनकार कर रहा है। सभी तीनों लड़के रफी अहमद, ताजुद्दीन और मुस्तफा सऊदी अरब में फंस गए हैं।
वहां से वापस आना हो गया है मुश्किल
पीड़ित परिवार का कहना है कि सऊदी अरब में जब ठेकेदार से सभी तीनों लड़कों को वापस भेजने की बात की गयी तो उनका कहना था कि जब तक उनको 8 हज़ार रियाल यानी 1 लाख 60 हज़ार रुपये नही मिल जाता तब तक ये लड़के यहाँ से वापस नही जा पाएंगे।