सीतापुर: दहेज में मिली गाड़ी पुलिस ने की सीज, आहत युवक ने नहर में कूदकर दी जान
सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक युवक ने बाइक सीज होने से क्षुब्ध होकर नहर में छलांग लगा दी। युवक विमल कीटनाशक दवाई लेने घर से निकला था। रास्ते में उसे पुलिस ने रोका और दहेज में मिली गाड़ी सीज कर दी। आरोप है कि पुलिस ने युवक को पीटा भी, जिससे आहत युवक ने शारदा नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस व ग्रामीण गोताखोरों की मदद से परिजनों ने नहर में विमल की तलाश शुरू की। विमल का पता नहीं चला है। इस पूरे प्रकरण में अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र कुमार सिंह जांच कर कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
मामला सीतापुर कोतवाली महमूदाबाद क्षेत्र का है, जहां पर युवक अपने घर से कीटनाशक दवाई लेने आया था। महमूदाबाद कस्बे में पुलिस द्वारा उसके बताए जाने पर भी बेरहमी से पीटा व उसकी गाड़ी भी सीज कर दी, जिससे आहत होकर युवक ने अपने परिजनों को यह बात बताने के बाद शारदा नहर में छलांग लगा दी। हालांकि, सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से शव की तलाश की। इस पूरे प्रकरण में अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र कुमार सिंह जांच कर कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।
पुलिस पर कार्रवाई की मांग
क्षेत्रीय विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा ने पुलिस की कार्यशैली की निंदा करते हुए मृतक के परिजनों को 25 लाख का मुआवजा देने की मांग की है। क्षेत्रीय विधायक ने कहा कि युवक मेंथा फसल की दवा लेने व पैसे निकालने महमूदाबाद गया था। इन कार्यों के लिए लाकडाउन में भी सरकार व प्रशासन द्वारा छूट दिए जाने के निर्देश हैं। युवक के पास बाइक खरीद की रसीद भी थी। 14 फरवरी को युवक के भाई की शादी हुई थी, जिसमें उसे बाइक मिली थी। लॉकडाउन होने के कारण अभी आरसी नहीं मिल पाई थी। ऐसे में बाइक सीज करना पुलिस की तानाशाही है। विधायक ने दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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