पढ़ाई छोड़ दुल्हनों को सजाने में लगी थी महिला शिक्षिकाओं की ड्यूटी, हुई कार्रवाई
सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में अब शिक्षिकाएं पढ़ाई छोड़ दुल्हनों को सजाएंगी। इसके लिए बकायदा शिक्षा विभाग ने निर्देश भी कर दिया था। निर्देश की कॉपी थोड़ी देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। मामले में किरकिरी होने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस आदेश को रद्द करते हुए जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। दरअसल, 28 जनवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कार्यक्रम का आयोजन होना है।
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सिद्धार्थनगर में सामूहिक विवाह योजना के मद्देनजर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय की तरफ से 27 जनवरी को एक आदेश हुआ। आदेश में 20 महिला शिक्षकों की ड्यूटी दुल्हनों को सजाने और तैयार कराने के लिए लगा दी गई। खंड शिक्षा अधिकारी नौगढ़ की तरफ से जारी इस आदेश में बाकायदा 20 महिला शिक्षकों का नाम और विद्यालय का नाम लिखकर सामूहिक विवाह कार्यक्रम में दुलहनों को सजाने का आदेश जारी किया गया। इन 20 में से 3 प्रधानाध्यापक, 15 सह अध्यापक और दो शिक्षामित्र शामिल थी।
निर्णय
की
कॉपी
सोशल
मीडिया
पर
बड़ी
तेजी
से
वायरल
इस
निर्णय
की
कॉपी
सोशल
मीडिया
पर
बड़ी
तेजी
से
वायरल
हो
गई।
फेसुबक
पर
यूजरों
ने
कटाक्ष
के
तौर
पर
कमेंट
भी
शुरू
कर
दिए
है।
एक
यूजर
ने
लिखा
है
कि
अच्छा
है
बेसिक
शिक्षा
विभाग
की
शिक्षिकाएं
वैसे
भी
पढ़ाई
नहीं
करा
पा
रही
है,
कम
से
कम
वह
दुल्हनों
को
ठीक
ढंग
से
तैयार
कर
लेंगी।
इसके
बदले
उन्हें
कुछ
दिया
भी
न
जाए।
एक
यूजर
ने
कटाक्ष
करते
हुए
लिखा
है
शिक्षा
मंत्री
के
जिले
में
प्रयोग
अच्छे
हो
रहे
हैं।
ऐसे
प्रयोगों
से
सीखने
की
जरूरत
है।
आदेश
निरस्त
करने
के
साथ
ही
कार्रवाई
के
निर्देश
इस
आदेश
की
प्रति
के
वायरल
होते
ही
प्रशासन
में
हड़कंप
मच
गया।
जिसके
बाद
सिद्धार्थनगर
के
बेसिक
शिक्षा
अधिकारी
सूर्यकांत
त्रिपाठी
ने
आननफानन
इस
आदेश
को
निरस्त
कर
दिया।
वहीं,
डीएम
दीपक
मीणा
ने
बताया
कि
जैसे
ही
पत्र
की
जानकारी
मिली,
वैसे
ही
बीईओ
के
निर्देश
को
निरस्त
करते
हुए,
बीईओ
ध्रुव
जायसवाल
को
देर
रात
निलंबित
कर
दिया
गया
है।