तीन तलाक की शिकायत पर महिला को जिंदा जलाया, 5 साल की बेटी ने बयां की आखों देखी
श्रावस्ती। यूपी के श्रावस्ती में तीन तलाक के बाद महिला को जिंदा जला देने का मामला सामने आया है। घटना बीते शुक्रवार की है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला के पति और ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, हत्या और दहेज विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसपी ने कहा कि पीड़िता के पिता द्वारा लगाए गए तीन तलाक के आरोप की जांच की जाएगी। साथ ही इस मामले को भी देखेंगे कि पीड़िता द्वारा पुलिस में जाने के बाद भी मामला दर्ज क्यों नहीं हुआ।
6 अगस्त को मुंबई से फोन पर दिया तीन तलाक
घटना जिले के भिनगापुर थाना क्षेत्र के गादरा गांव की है। मृतक महिला के पिता का आरोप है कि बेटी का पति नफीस मुंबई में रहता है। नफीस ने मेरी बेटी को 6 अगस्त को फोन पर ही तीन तलाक दे दिया था। मेरी बेटी सईदा इसकी पुलिस में शिकायत दर्ज कराने पहुंची, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया और कहा कि पहले पति को मुंबई से से वापस आने दो। 15 अगस्त को जब नफीस मुंबई से वापस आया तो पुलिस ने दोनों को बुलाया। पुलिस ने नफीस और सईदा के बीच सुलह कर कहा कि दोनों साथ रहें।
पांच साल की बेटी ने बयां की आखों देखी
सईदा की पांच साल की बेटी फातिमा ने आखों देखी बयां करते हुए पुलिस को बताया, 'शुक्रवार दोपहर को मेरे पिता नमाज अता कर लौटे तो उन्होंने मां से घर छोड़ कर जाने को कहा। इसी को लेकर दोनों में झगड़ा शुरू हो गया। इसके बाद मेरे दादा, दादी और चाची आए। पिता ने मां के बाल पकड़कर उन्हें पीटा। इसी दौरान मेरी दो चाचियों ने मां के ऊपर किरोसिन छिड़क दिया और दादी ने आग लगा दी।'
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने रविवार को इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई गई है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। रफीक ने कहा है कि अगर यहां पर जांच ठीक से नहीं हुई तो वे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। श्रावस्ती पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, नफीस और उसके परिवार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, हत्या और दहेज विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।