हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित, दो लोगों की मौत
Shimla news, शिमला। हिमाचल प्रदेश में हो रही बर्फबारी से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई इलाकों की सड़कें बंद हैं, जिससे सड़क परिवहन ठप्प हो कर रह गया है। तो दूसरे ओर पेयजल विद्युत एंव संचार व्यवस्था भी बदहाल है। लोगों को दूध,ब्रेड व समाचार पत्र तक से महरूम होना पड़ रहा है। बर्फ में दबने से दो लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी शिमला में बीते दिन से अंधेरे में डूबी है व लोग कड़कड़ाती ठंड में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। वहीं चंबा के छतराड़ी और शिमला के कोटखाई में बर्फ पर फिसलने से दो लोगों की जान चली गई।
प्रदेश में सामान्य जनजीवन बर्फबारी की वजह से ठप्प है। पहाड़ी इलाकों को जहां जिंदगी ठहर सी गई है। वहीं मैदानी इलाकों में तापमान में गिरावट से लोग घरों में ही दुबकने को मजबूर हैं। प्रदेश के ऊपरी इलाकों में भारी हिमस्खलन होने की चेतावनी भी जारी की गई है। राजधानी शिमला भी बदहाल है। यहां जगह जगह बर्फ के दवाब से पेड़ वाहनों पर ही गिर गए हैं। जिससे सड़कें बंद हैं। बिजली की तारों को भी खासा नुक्सान पहुंचा है। जिससे सोमवार से शिमला अंधेरे में डूबा है। सोमवार रात को गुस्साए लोग सड़कों पर उतर आये और उन्होंने सरकार की बदइंतजामी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
आमतौर पर सर्दियों के दौरान शिमला में विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त ही रखा जाता है। लेकिन इस बार पहले ही स्नोफॉल में सरकार के इंतजाम धराशाही हो गये। विद्युत सप्लाई कब बहाल होगी यह कोई नहीं जानता। बर्फ में पैर फिसलने से ढांक में गिरकर दो लोगों की मौत हो चुकी है। चंबा के छतराड़ी के मोती राम व कोटखाई के कोलवी में मुन्नी लाल खराब मौसम और हिमपात के कारण रास्ते से पांव फिसलने से मौत हो गई।
शिमला, किन्नौर, कुल्लू और लहौल स्पिीती में सडक़ परिवहन ठप्प है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक प्रदेश में दो नेशनल हाईवे सहित 193 सड़कें बंद हैं। अप्पर शिमला व किन्नौर इलाका तो पूरी तरह बंद हैं। हिन्दुस्तान तिब्बत नेशनल हाईवे जगह जगह यातायात के लिये बंद है। शिमला के शोघी से ही सड़क बंद है। जबकि मंडी जोन में बर्फ की वजह से 51 सड़क मार्ग व कांगड़ा जोन के 44 सड़क मार्ग बंद हैं।
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