SSB जवान को ढंग से भी नहीं दे पाए आखिरी सलामी, खाली बंदूक लेकर श्मशान पहुंचे सानिक
Shimla news, शिमला। हिमाचल पंजाब की सीमा से सटे कांगड़ा जिला के इंदौरा में एक अनोखा वाकया सामने आया है। यहां सशस्त्र सीमा बल के जवान अपने साथी को आखिरी सलामी देने के लिये खाली बंदूकों के साथ पहुंचे।
दरअसल, हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के इंदौरा सब डिविजन की बलाख पंचायत के बासा लोकवां इलाके के रहने वाले सशत्र सीमा बल के जवान चालीस वर्षीय अमरजीत सिंह जोकि इन दिनों फरीदाबाद में तैनात थे,लेकिन बीती रात जब वह दिल्ली होते हुये वापिस हिमाचल अपनी बहन की बेटी के साथ आ रहे थे,तो रास्ते में अज्ञात वाहन से अमरजीत सिंह के वाहन की टक्कर हो गई। इसमें अमरजीत सिंह की मौके पर मौत हो गई और भांजी घायल हो गई। भांजी की हालत अब खतरे से बाहर है। तय नियमों के तहत एसएसबी के इस जवान की अंत्येष्टि पूरे सैनिक सम्मान के साथ होनी थी।
एसएसबी हेडक्वार्टर की ओर से इसके लिये जवानों की एक टुकड़ी अंतिम संस्कार के समय भेजने को कहा गया। लेकिन अमरजीत सिंह के पैतृक गांव में अंतिम संस्कार के समय अनोखा ही नजारा देखने को मिला। अंत्येष्टि के समय यहां आई एसएसबी की टुकड़ी जब सलामी देने लगी तो बंदूक हवा में तो उठी,लेकिन फायर नहीं हुआ। अपने साथी को जवानों ने आधी अधूरी सलामी दी। जोकि लोगों में चर्चा का विषय रही। शमशान घाट पर मौजूद कई पूर्व सैनिक इससे आग बबूला हो गये। मामला भडक़ा तो पूछताछ शुरू हुई,तो पता चला कि टुकड़ी के पास बंदूकें तो दी गई थी ,लेकिन फायर करने के लिये कारतूस नहीं थे। जिससे बिना फायर ही टुकड़ी को सलामी देनी पड़ी।
सलामी देने आई टुकड़ी के साथ पहुंचे एक एसएसबी के अधिकारी ने बताया कि उन्होंने राउंड के लिए अप्लाई किया था, लेकिन सेंटर से उन्हें रौंद नहीं मिले। दबी जुबान में टुकड़ी के साथ आए कुछ सैनिक बोले की उन्हें रौंद मुहैया ही नहीं करवाए जाते हैं।