शिमला: भीषण आग में कई घर जलकर राख, सर्द रातों में अब कहां जाएं पीड़ित?
shimla news (शिमला)। प्रदेश के जिला शिमला के रामपुर बुशहर इलाके से सटे एक गांव में हुये भीष्ण में सात परिवारों के आशियाने जलकर खाक हो गये हैं। पहले एक मकान में आग लगी,जो आगे फैल गई। हालांकि समय रहते लोगों ने अपनी जान बचा ली। दमकाल कर्मी समय पर नहीं पहुंचते तो आग की चपेट में चालीस ओर घर भी आ जाते। अग्निकांड में करीब डेढ़ करोड़ रूपये का नुक्सान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में इंड से बचने के लिये लोग प्राचीन काल से ही लकड़ी के मकान बनाते हैं। व इसमें देवदार की लकड़ी इस्तेमाल होती है। और इन मकानों में कभी आग लग जाये तो उससे बचने का कोई तरीका काम नहीं आता। मंगलवार को भी शिमला के रामपुर सब डिविजन के चिडग़ांव इलाके के सेरीबासा गांव में भी कुछ ऐसा ही हुआ और पलभर में लोगों के आशियाने राख में तबदील हो गये। हालांकि आग को आगे भड़कने से रोक लिया गया नहीं तो करीब 50 घर इसकी चपेट में आ जाते।
अब सर्द रातों में यह लोग कहां रात बितायेंगे। यह सवाल अभी तक अनसुलझा ही है। पिडि़त खुले आसमान के नीचे सर्द रातें काटने को मजबूर हैं। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। लेकिन माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से यह हादसा हुआ। लोगों ने घरों से भागकर अपनी जान बचाई जिससे किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ है। अफरातफरी के बीच लोगों ने आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत की लेकिन नाकाम रहे। गांव सड़क से दूर होने की वजह से अग्निशमनकर्मियों ने करीब एक किलोमीटर पाइप बिछाकर आग पर काबू करने की कोशिश की जिसके चलते साथ लगते 40 घरों को सुरक्षित बचा लिया गया।
सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। तहसीलदार बिहारी लाल ने कहा कि प्रभावित पीड़ितों को फौरी राहत के रूप में पांच-पांच हजार रुपये की राशि दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों की हर संभव सहायता की जाएगी। अग्निकांड में मंगत, फूलपाती, सुशील, अनिल, सरनदास, मंजीत के मकान और प्रवेश की गोशाला आग की भेंट चढ़ गई। वहीं, पूर्ण दास का घर आंशिक रूप से जल गया। पुलिस के अनुसार मंगत राम के घर में शॉर्ट सर्किट के कारण आग भड़की। पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की छानबीन शुरू कर दी है।