एयर स्ट्राइक के बाद हिमाचल में कई हवाई अड्डों को किया बंद, जल परियोजनाओं की बढ़ाई गई सुरक्षा
Shimla news, शिमला। भारत पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते हिमाचल प्रदेश में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रदेश के सभी संवेदनशील क्षेत्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई। वहीं कांगड़ा एयरपोर्ट से नागरिक उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। उधर सेना की 19 वीं कोर के हेडक्वार्टर योल को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। पाकिस्तानी विमान घुसने पर भारत ने अपने एयर स्पेस में सतर्कता बढ़ा दी है।
पाकिस्तान की ओर से किये गये प्रयासों को देखते हुये धर्मशाला में सेना के मुख्यालय में एकाएक चौकसी बढ़ा दी गई है। सेना के फरसेटगंज और 19 वीं कोर के कोर हेडक्वार्टर योल में जगह-जगह नाके लगा दिये गये हैं। और हर आने जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा रही है। विभिन्न स्थानों पर लगाए नाकों के दौरान वाहनों की चेकिंग की जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से सेना ने सभी प्रवेश द्वार बंद कर दिए हैं। योल छावनी पठानकोट से करीब अस्सी किलोमीटर दूर है। और किसी भी आपात स्थिति में योल स्थित सेना की 19वीं कोर एक्शन में आ सकती है। पठानकोट का कुछ हिस्सा पाकिस्तान के बार्डर के साथ भी सटा है। सरकार ने सेना को अलर्ट पर रखा है। वहीं चंबा जिला में बकलोह छावनी एरिया में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं कांगड़ा एयरपोर्ट को भी बंद कर दिया गया है। यहां से नागरिक उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। जरूरत पड़ने पर सेना इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल कर सकती है। योल छावनी क्षेत्र व धर्मशाला के पास फरसेठगंज छावनी क्षेत्रों में संचालित केंद्रीय विद्यालय व आर्मी पब्लिक स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई थी। जिससे स्कूल बंद रहे। हिमाचल पुलिस की ओर से सुरक्षा के लिहाज से सभी जिलों के एसपी को कड़ी निगरानी रखने के आदेश दिए गए हैं ताकि संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए।
प्रदेश के डीजीपी ने पुलिस अधीक्षकों से कहा है कि वे सांप्रदायिक तौर पर संवदेनशील जगहों पर अधिक ध्यान दें। ऐसा दो समुदायों में दंगे न भड़कने के मद्देनजर किया गया है। उन्होंने हिमाचल में रह रहे कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं। प्रदेश के कई जिलों में कश्मीरी रह रहे हैं। प्रदेश की राजधानी शिमला में भी इनकी काफी तादाद है। डीजीपी एसआर मरडी ने कहा कि ऐहतियात के तौर पर सभी सैन्य स्थलों, हवाई अड्डों व जल परियोजनाओं की सुरक्षा को लेकर अलर्ट घोषित किया गया है। ऐहतियात के तौर पर प्रदेश में रह रहे कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।