स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी, 102 साल की उम्र में 17वीं बार किया मतदान
Shimla news, शिमला। हिमाचल प्रदेश की चुनावी प्रक्रिया में उस समय नया अध्याय जुड़ गया जब स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता 102 वर्षीय श्याम शरण नेगी ने प्रदेश के कल्पा में पोलिंग बूथ पर पहुंच कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 1951 में भारत के स्वतंत्र होने के बाद पहली बार अपने मत का प्रयोग करने वाले श्याम शरण नेगी ने 17वीं बार लोकसभा चुनाव में मतदान किया। वह अब तक 32 बार मतदान कर चुके हैं।
सम्मान के साथ बूथ पर लाए गए नेगी
स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी हिमाचल प्रदेश के उन 1,011 मतदाताओं में से एक हैं, जिनकी आयु 100 वर्ष या उससे अधिक है। श्याम शरण नेगी आज कल्पा में पुराने स्कूल में स्थापित किए गए पोलिंग बूथ पर पहुंचे तो चुनाव आयोग व जिला प्रशासन ने उनका लाल कालीन पर स्वागत किया। इससे पहले किन्नौर जिला प्रशासन के अधिकारी उन्हें घर से लाने के लिए गए थे। पोलिंग बूथ को इस अवसर पर विशेष तौर पर सजाया गया था। किन्नौर के जिलाधीश ने कहा कि नेगी को सम्मान के साथ बूथ पर लाया गया और वोट डालने में उनकी मदद की गई। चुनाव आयोग ने राज्य के सभी सौ साल की उम्र पार कर चुके निर्वाचकों को रोल मॉडल के रूप में नामित कर चुका है।
|
17वीं बार डाला वोट
अपना वोट डालने के साथ ही श्याम शरण नेगी युवाओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित भी कर चुके हैं। श्याम सरण नेगी के बेटे चंद्रप्रकाश नेगी ने बताया कि चूंकि चुनाव आयोग ने उन्हें अपना ब्रैंड ऐंबैसडर नामित किया है इसलिए वह किसी भी पार्टी के पक्ष या विरोध की बात नहीं कर सकते। श्याम शरण नेगी ने बताया कि उन्होंने पहली बार जब वोट किया था तब वह 33 साल के थे। तब से लेकर आज तक उन्होंने कभी भी अपना वोट बेकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि आज लोकसभा चुनाव में वह 17वीं बार अपना वोट डाल कर आए हैं। किन्नौर के कलपा कस्बे के रहने वाले श्याम शरण स्कूल से टीचर के पद से 51 साल पहले रिटायर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार वह 1951 में वोटिंग का हिस्सा बने थे। वह बहुत खुश हैं कि उन्होंने आज तक कभी भी अपना वोट बर्बाद नहीं किया।
1952 में पहली बार किया था मतदान
स्वतंत्र भारत में सबसे पहले लोकसभा चुनाव फरवरी 1952 में हुए थे, लेकिन भारी बर्फबारी की आशंका के कारण हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए पांच महीने पहले ही मतदान कराने की व्यवस्था की गई थी और सबसे पहले श्याम शरण नेगी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। सर्दियों के मौसम में काल्पा में चार से पांच फीट तक बर्फ गिरती है और तापमान शून्य से 20 डिग्री और कभी कभी इससे भी नीचे चला जाता है।
हिमाचल में 1,011, सौ या अधिक आयु के मतदाता
हिमाचल में 100 या अधिक आयु वर्ग के 1,011 मतदाताओं में से, लगभग 30 फीसदी (298) कांगड़ा में रहते हैं। वहीं, हमीरपुर में 125 सौ साल से ज्यादा उम्र के मतदाता हैं। मंडी में 122 जबकि ऊना में 103 मतदाता 100 साल के हैं। इसके अलावा अन्य जिलों बिलासपुर (85), शिमला (75), चंबा (73), सिरमौर (53), सोलन (41), कुल्लू (25) और किन्नौर में (6) मतदाताओं की उम्र सौ साल से ज्यादा हैं। राज्य के सबसे दूरस्थ जिले लाहौल-स्पीति में 100 से अधिक आयु वर्ग में केवल पांच मतदाता हैं।