जिस फौजी का घरवालों ने 2 दिन पहले ही मनाया था जन्मदिन, वह आतंकियों से लोहा लेते हुए हो गया शहीद
शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के बंगाना उपमंडल में रहने वाले फौजी अनिल कुमार शहीद हो गए। उनकी जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से हुई मुठभेड़ हुई। आतंकियों ने उन्हें गोली मारी थीं,उन्हें इलाज के लिए सेना के अस्पताल लाया गया था। आज सुबह अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। सेना ने उनके शहीद होने की पुष्टि कर दी है। उनकी शहादत की खबर मिलते ही पैतृक गांव में मातम पसर गया है।
संवाददाता के अनुसार, दो दिन पहले ही परिजनों ने अनिल कुमार का जन्म दिवस मनाया था। मगर, उन्हें क्या पता था कि उनका बेटा देश की रक्षा करते हुए दो दिन बाद ही शहीद हो जाएगा। 25 वर्षीय शहीद अनिल कुमार पुत्र अशोक कुमार जिला ऊना जिला के उपमंडल बंगाणा की ग्राम पंचायत चमियाडी के गांव सरोह का रहने वाले थे। वह छह साल पहले ही भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। इन दिनों जम्मू-कश्मीर राइफल्स में सिपाही पद पर थे।
एक संबंधी ने बताया कि दो साल पहले उनकी शादी हुई थी और उनका पांच माह का एक बेटा भी है। 15 दिन पहले ही अनिल छुट्टी मनाकर ड्यूटी पर वापस गए थे। सोमवार को आतंकियों के साथ जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में उनकी मुठभेड़ हुई। जिसमें अनिल घायल हो गए थे। सोमवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में ही सेना के एक मेजर और एक सैनिक घायल हो गए थे, जिसमें से इलाज के दौरान आर्मी मेजर शहीद हो गए थे। आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच चल रही मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया था।
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